Trending Photos
चमोली: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने (Glacier Burst) के बाद ऋषिगंगा घाटी (Rishiganga Valley) में अचानक विकराल बाढ़ आ गई. हादसे में अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अब भी 125 से ज्यादा मजदूर लापता बताए जा रहे हैं.
चमोली में ग्लेशियर टूटने (Glacier Burst) से आई बाढ़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लगातार अपडेट ले रहे हैं और उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) को एक ही दिन में 4 बार फोन किया. इस बात की जानकारी खुद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर दी.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने जोशीमठ (Joshimath) के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई आपदा के तुरंत बाद घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए तात्कालिक रूप से 4-4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतक आश्रितों को 02-02 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की है.
उत्तराखंड: ग्लेशियर टूटने के बाद चमोली में प्रलय, देखें तबाही की भयावह तस्वीरें
लाइव टीवी
चमोली पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने कहा, 'टनल में फंसे लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एक एक्सपर्ट टीम आज (सोमवार) को उत्तराखंड का दौरा करेगी और चमोली में हादसे वाली जगह का मुआयना कर स्थिति का आकलन करेगी. टीम आसपास के ग्लेशियरों का भी अध्ययन करेगी और खतरा का पता लगाने की कोशिश करेगी.
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर एनडीआरएफ (NDRF) के आईजी अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि हादसे के बाद विभिन्न एंजेसियां काम कर रही हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके. जो लोग सुरंग के बाहर फंसे थे उन्हें ITBP द्वारा सुरक्षित निकाला गया है और जो लोग सुरंग के अंदर फंसे हैं उन्हें बचाने का कार्य जारी है.