भारतीय सेना के बड़े हिस्से में चीनी घुसपैठ का खतरा? सुरक्षा एजेंसियों में खलबली
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भारतीय सेना के बड़े हिस्से में चीनी घुसपैठ का खतरा? सुरक्षा एजेंसियों में खलबली

China Breach Indian security: नेपाल के जरिये चीन भारत की सुरक्षा में सेंध लगा सकता है. चीन अपने डिजिटल वॉलेट Alipay का दायरा नेपाल में बढ़ा रहा है. जिसे लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं.

भारतीय सेना के बड़े हिस्से में चीनी घुसपैठ का खतरा? सुरक्षा एजेंसियों में खलबली

नई दिल्लीः चीन के डिजिटल वॉलेट अलीपे (Alipay) की नेपाल में एंट्री से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं. वजह ये है कि नेपाल में बड़ी तादाद में भारतीय सेना के सेवारत और रिटायर्ड सैनिक हैं, जिन्हें भारतीय सेना सैलरी या पेंशन देती है. इन सब सैनिकों और पूर्वसैनिकों के अकाउंट्स अगर चीन के डिजिटल वॉलेट से जुड़ेंगे तो डाटा चोरी का बड़ा खतरा पैदा हो सकता है. डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टमों में चीनी घुसपैठ, हैकिंग और जासूसी के पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए ये खतरा काफी बढ़ जाता है.

  1. चीनी डिजिटल वॉलेट Alipay का खतरा
  2. भारतीय सेना को बना सकता है निशाना
  3. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ी

चीन के डिजिटल मोबाइल एप को लेकर भारत सतर्क

चीन के डिजिटल मोबाइल एप को नेपाल में 2020 में मान्यता मिली थी. हालांकि, चीनी पर्यटकों के जरिए गैरकानूनी ढंग से नेपाल में इनका प्रसार काफी पहले से था. नेपाल ने 2019 में चीनी डिजिटल वॉलेट एप पर नेपाल में प्रतिबंध भी लगाया था. लेकिन अली पे और वी चैट (V chat) ने मंजूरी के लिए आधिकारिक आवेदन दिया. नेपाल ने 2020 में इन दोनों ही प्लेटफॉर्म्स को मंजूरी दे दी. नेपाल के हिमालयन बैंक के साथ मिलकर डिजिटल वॉलेट ऑपेरट करने के निर्देश दिए.

अली पे को नेपाल में 2 साल बाद भी लोकप्रियता नहीं

लेकिन अली पे को नेपाल में दो साल बाद भी लोकप्रियता हासिल नहीं हुई. अब चीनी कंपनियों के प्रतिनिधि नेपाल के गांव-गांव तक पहुंच रहे हैं और अकाउंट खोलने पर 2000 नेपाली रुपए देकर पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं. असली खतरा ये है कि अकाउंट खोलते समय ग्राहक को पासपोर्ट सहित अपना पूरा डाटा, बैंक अकाउंट्स और लेनदेन जैसी तमाम जानकारियां चीनी कंपनी को देनी होगी. 

30 हजार नेपाली युवक भारतीय सेना में

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को फिक्र ये है कि लगभग 30 हजार नेपाली युवक भारतीय सेना में नौकरी करते हैं. इसके अलावा नेपाली नागरिक कई दूसरी राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भी काम करते हैं. नेपाल में रहने वाले भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सैनिकों की तादाद तो लाखों तक जाती है.

चीन साइबर जासूसी के लिए बदनाम

इन सभी सैनिकों और पूर्व सैनिकों से जुड़ी जानकारियां चीनी कंपनी के पास पहुंचना नई समस्याओं को जन्म दे सकता है. चीन साइबर जासूसी और अपराधों के लिए पूरी दुनिया में बदनाम है. चीनी कंपनियों के काम करने के ढंग और उनकी नियत पर कई बार सवाल उठ चुके हैं. चीनी सेना खुद को साइबर हमलों के लिए लंबे अरसे से तैयार कर रही है. चीन इस डिजिटल वॉलेट के जरिए भारतीय सेना के बड़े हिस्से में घुसपैठ कर सकता है.

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