Mamata Banerjee writes another letter to PM Modi: 30 अगस्त शुक्रवार को पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करते हैं, उसके तुरंत बाद ही बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी को दोबारा एक पत्र लिखती हैं और गंभीर आरोप लगाती हैं, इसके बाद से ही अटकलें तेज हो गई हैं. क्या बंगाल में कुछ खेला होने वाला है?
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West Bengal Governor CV Ananda Bose Meet Amit Shah: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर जाकर करीब एक घंटे की मुलाकात करते हैं. सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल बंगाल की पूरी स्थिति के बारे में शाह को सूचना दी है. बोस ने कोलकाता रेप मर्डर कांड, रेप को लेकर मृत्यु दंड पर विशेष विधेयक, ममता बनर्जी के बयान सहित राज्य की पूरी स्थिति पर राज्यपाल केंद्रीय गृह मंत्री को रिपोर्ट भी सौंपा है. इन दोनों की करीब एक घंटे की मुलाकात हुई है.
बंगाल में 'खेला होबे'
राज्यपाल की शाह के साथ इस मीटिंग के बाद एक बार फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की कयासबाजी शुरू हो गई है. यह मुलाकात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रेप को लेकर दिए उस बयान के बाद हुई है, जिसे पश्चिम बंगाल में केंद्रीय हस्तक्षेप की तैयारी माना गया था. अब तक केंद्र सरकार ने भी इस मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिसे बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की मौन स्वीकृति माना जा रहा है.
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखी चिठ्ठी
जैसे ही गवर्नर ने अमित शाह से मुलाकात की, उसके कुछ देर बाद ही कोलकाता रेप-हत्या कांड को लेकर CM ममता बनर्जी ने PM मोदी को एकबार फिर चिट्ठी लिखी है. CM ममता ने PM मोदी को लिखे पत्र में लिखा, "बलात्कार की घटनाओं पर कड़े केंद्रीय कानून की आवश्यकता और ऐसे अपराधों के अपराधियों को अनुकरणीय सजा देने की आवश्यकता के संबंध में 22 अगस्त, 2024 का मेरा पत्र संख्या 44-सीएम का जवाब नहीं मिला.
मोदी नहीं दे रहे जवाब
CM ममता बनर्जी ने लिखा, "इतने संवेदनशील मुद्दे पर आपकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. हालांकि, भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री से एक उत्तर प्राप्त हुआ है, जो मेरे पत्र में उठाए गए मुद्दे की गंभीरता पर ध्यान नहीं देता है. मेरा विचार है कि इस सामान्य उत्तर को भेजते समय विषय की गंभीरता को ध्यान में नहीं रखा गया है.
ममता बनर्जी ने रोज होने वाले रेप के आंकड़ों का जिक्र करते हुए चिट्ठी में लिखा है कि ऐसा कानून बनाने की जरूरत है जो अपराधियों के लिए एक उदाहरण साबित हो. उन्होंने मांग की है कि ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार को 15 दिनों में न्याय मिले इसकी व्यवस्था करने की जरूरत है.
आप भी पढ़ें ममता बनर्जी का पीएम मोदी को लिखा पत्र:-
West Bengal CM Mamata Banerjee writes another letter to PM Modi demanding a 'stringent' Central legislation and punishment on heinous crimes of rape and murder and disposal of cases in a specific time frame pic.twitter.com/oW3tMhPnE3
— ANI (@ANI) August 30, 2024
बंगाल में सियासत गरमाई
बंगाल में रेप-मर्डर केस, आरजी कर में स्कैम और बीजेपी-ममता बनर्जी के घमासान से सियासत गरमाई हुई है. ऐसे में राज्यपाल और अमित शाह से मुलाकात राजनीतिक रूप से काफी महत्वपर्ण है. गवर्नर की अमित शाह से मुलाकात के तुरंत बाद ही ममता बनर्जी का पीएम मोदी को चिठ्ठी लिखना तमाम अटकलों तौर पर देखा जा रहा है.
राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
राज्यपाल की शाह के साथ इस मीटिंग के बाद एक बार फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की कयासबाजी शुरू हो गई है. यह मुलाकात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रेप को लेकर दिए उस बयान के बाद हुई है, जिसे पश्चिम बंगाल में केंद्रीय हस्तक्षेप की तैयारी माना गया था. अब तक केंद्र सरकार ने भी इस मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिसे बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की मौन स्वीकृति माना जा रहा है.
राज्यपाल के दिल्ली आने से पहले बंगाल प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष समेत बीजेपी प्रतिनिधि राज्यपाल से मिलने राजभवन गये थे और उन्होंने राज्यपाल से ममता बनर्जी के बयान को लेकर, रेप कांड और भ्रष्टाचार के मामले पर कार्रवाई करने का आग्रह किया था. बीजेपी तो पहले ही राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर चुकी है.
ममता बनर्जी पीएम मोदी को दे चुकी हैं धमकी
ममता बनर्जी को खुद भी अपनी सरकार गिरने का डर सता रहा है. तभी तो मंच से खुलेतौर पर कहा था कि अगर बंगाल में आग लगी तो दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत पूरा देश सुलगेगा.