पटेल की जिन्ना से तुलना करने वाले दल से सतर्क रहना चाहिए: CM योगी आदित्यनाथ
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पटेल की जिन्ना से तुलना करने वाले दल से सतर्क रहना चाहिए: CM योगी आदित्यनाथ

यूपी में अगले साल होने जा रहे असेंबली चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए माहौल लगातार गरमाने लगा है. सीएम योगी जिन्ना वाले बयान पर लगातार अखिलेश यादव को घेर रहे हैं.

फाइल फोटो

औरैया/ इटावा (उप्र): यूपी में अगले साल होने जा रहे असेंबली चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए माहौल लगातार गरमाने लगा है. जिन्ना को देशभक्त बताने पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) लगातार एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को घेर रहे हैं.

  1. 'पटेल देश को जोड़ने वाले थे और जिन्ना तोड़ने वाले'
  2. 'पटेल और जिन्ना को एक बराबर बताने वालों से रहें सावधान'
  3. 'पिछले साढ़े चार वर्षों में नहीं हुआ कोई दंगा'

'पटेल देश को जोड़ने वाले थे और जिन्ना तोड़ने वाले'

ओरैया में सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने शनिवार को सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से करने वाले अखिलेश यादव आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि एक (पटेल) देश को जोड़ने वाला था तो दूसरा (जिन्ना) देश को तोड़ने वाला था. इसलिए जिन्ना समर्थकों से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. माफियाओं के खिलाफ अभियान पर सीएम योगी ने चेतावनी जारी की. सीएम योगी ने कहा कि आज अगर माफिया के ऊपर बुलडोजर चल रहा है तो माफिया के शरणदाताओं पर भी एक दिन जरूर चलेगा.

औरैया में राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास के मौके पर सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का नाम लिए बिना, ‘एक दल के नेता ने पिछले दिनों एक वक्तव्य जारी किया था. उन्होंने भारत की अखंडता के प्रतीक सरदार पटेल की तुलना देश को तोड़ने वाले जिन्ना से करने का प्रयास किया था.  इस प्रकार के शर्मनाक और निंदनीय बयानों को पूरे प्रदेश को खारिज करना चाहिए.’

'पटेल और जिन्ना को एक बराबर बताने वालों से रहें सावधान'

उन्होंने कहा, ‘आज जिन्ना और सरदार पटेल की तुलना करने का प्रयास हो रहा है. हमें ऐसे तत्वों के मंसूबों को समझना होगा. सरदार पटेल देश को जोड़ने वाले थे और जिन्ना देश को तोड़ने वाले थे. दोनों एक बराबर नहीं हो सकते. सरदार पटेल राष्ट्रनायक है लेकिन जिन्ना भारत की एकता को खंडित करने वाले हैं. जो लोग यह तुलना करने का प्रयास कर रहे हैं. हमें उनसे सतर्क रहना होगा.’

सीएम योगी ने कहा,‘आज प्रदेश बदल रहा है. प्रदेश की छवि बदली है. पहले पेशेवर अपराधी और माफिया, गरीबों, व्यापारियों, बेटियों और बहनों का जीना हराम कर देते थे. अगर माफिया के ऊपर बुलडोजर चल रहा है तो माफिया के शरणदाताओं पर भी जरूर चलेगा.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले पर्व आते ही दंगे शुरू हो जाते थे. आस्था पर भी कुठराघात होता था. छोटे बड़े सभी व्यापारियों की कमाई भी लुट जाती थी. उन्होंने कहा कि यहीं नहीं आमजन की आस्था पर प्रहार तो होता ही था. झूठे मुकदमे लादकर उन्हें जेल में बंद भी कर दिया जाता था.

'पिछले साढ़े चार वर्षों में नहीं हुआ कोई दंगा'

सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा, ‘आपने पिछले साढ़े चार वर्ष में देखा होगा कि प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ. जिसने दंगा करने का प्रयास किया, उनको दो टूक बता दिया गया है कि दंगा करना छोड़ दो, आस्था के साथ खिलवाड़ करना छोड़ दो. अगर करोगे तो ब्याज सहित वसूली भी होगी. ’

योगी ने कहा, ‘संवेदनशील सरकार बिना भेदभाव के काम करती है. विकास योजनाओं में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती है और सबको समान रूप से लाभ दे रही है लेकिन तुष्टिकरण किसी का नही करती है.’ मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रही विकास योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. 

'पहले जनता का पैसा कब्रिस्तानों पर खर्च होता था'

वहीं इटावा में सेंट्रल जेल के उद्घाटन में सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा, 'पहले जनता का पैसा कब्रिस्तानों की चहारदीवारी पर खर्च किया जाता था. अब वही पैसा जनता की भलाई, उनके विकास कार्यों पर खर्च हो रहा है. पहले की सरकारें सरकारी योजनाओं का लाभ एक खास परिवार तक सीमित रखती थीं और माफिया मिलकर जनता का हक खा जाते थे.अब मेरे लिए प्रदेश की 25 करोड़ जनता ही मेरा परिवार है.'

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मुख्यमंत्री ने कहा, 'अपराधियों के संरक्षणदाता प्रदेश के विकास को बाधित करना चाहते हैं. अब वक्त आ गया है कि अपराधियों पर ही नहीं अपराधियों के संरक्षणदाताओं पर कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगे.'

अखिलेश ने जिन्ना को बताया था पटेल की तरह देशभक्त

बताते चलें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीते रविवार को हरदोई में जनसभा की थी. उसमें उन्होंने कहा था, 'सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने पढ़ाई की और बैरिस्टर बने. वे भारत की आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे.' अखिलेश यादव के इस बयान के बाद से बीजेपी लगातार उन पर हमलावर है. 

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