Common Charger: अनेकों गैजेट्स के लिए यूज करते हैं कई Chargers? अब तारों के झंझट से मिलेगा छुटकारा
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Common Charger: अनेकों गैजेट्स के लिए यूज करते हैं कई Chargers? अब तारों के झंझट से मिलेगा छुटकारा

Electronic Gadgtes Charger: आपके घर में इस्तेमाल होने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, चाहे वो मोबाइल फोन हों, आपका लैपटौप या आई पैड हो या फिर आपकी स्मार्ट वाच. अब इन सभी डिवाइसेज को चार्ज करने के लिए अलग-अलग चार्जर की जरूरत नहीं होगी.

Common Charger: अनेकों गैजेट्स के लिए यूज करते हैं कई Chargers? अब तारों के झंझट से मिलेगा छुटकारा

Electronic Gadgtes Charger: आपके घर के सभी गैजेट्स के लिए अब एक ही चार्जर होगा. जी हां सरकार अब इसकी तैयारी में लग गई है कि आपके घर में इस्तेमाल होने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, चाहे वो मोबाइल फोन हों, आपका लैपटौप या आई पैड हो या फिर आपकी स्मार्ट वाच. इन सभी डिवाइसेज को चार्ज करने के लिए अलग-अलग चार्जर की जरूरत नहीं होगी. बल्कि ये सभी एक ही कॉमन चार्जर से चार्ज किए जा सकेंगे, इसको लेकर केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने आज मोबाइल फोन्स से जुड़े सारे स्टेक होल्डर्स की मीटिंग बुलाई और तय हुआ कि इस बारे जल्द में जल्द किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए रणनीति तय की जाए.

अलग-अलग चार्जर्स को कहें- Bye

अगर आप बाहर जाते वक्त अपने मोबाइल फोन्स और दूसरे इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स के अलग-अलग चार्जर बार-बार ले जाना भूल जाते हैं या फिर अपने अलग-अलग गैजेट्स के लिए अलग-अलग चार्जर को कैरी करने से परेशान रहते हैं. तो ये खबर आपके लिए बहुत काम की है. अब सरकार इस बात की तैयारी कर रही है कि आपके सभी गैजेट्स को चार्ज करने के लिए एक ही कॉमन चार्जर हो. इसके लिए सरकार ने देश के मोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स की आज एक बैठक बुलाई थी और इस बैठक का एजेंडा था कि कैसे इस दिशा में कदम आगे बढाया जाए और ताकि सारे गैजेट्स को चार्ज करने के लिए एक कॉमन चार्जर तैयार किया जा सके.

E-Waste से छुटकारा

आमतौर पर अबतक आपके और आपके घर के दूसरे सदस्यों के अलग-अलग मेक और मॉडल के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को चार्ज कर कम से कम 3 से 4 चार्जर घर में होते ही हैं. इस्तेमाल होने वाले ये गैजेट्स हैं- फोन, earbuds, Headphones, स्मार्ट वॉच, हेल्थ गैजेट्स, Speaker और इन सबके लिए अलग-अलग टाइप के चार्जर. अब होता क्या है कि जैसे-जैसे ये गैजेट्स या चार्जर खराब होते चले जाते हैं तो उनके रूप में बड़ी मात्रा E-waste जमा होना शुरू हो गया है. यानी जितने प्रकार के डिवाइस, उतने अलग-अलग प्रकार के चार्जर और उनके खराब होने के बाद उतनी ही बड़ी संख्या में ई-कचरा. इससे आने वाले समय में पर्यावरण को लेकर भी गंभीर खतरे सामने आने लगेंगे. इसलिए समय रहते एक्शन में आना जरूरी है. 

क्या होंगे फायदे?

- यूजर्स को होगी आसानी, झंझट खत्म होगा 

- कंपनियों के लिए कॉस्ट सेविंग होगी 

- सरकार का मानना है कि इससे बड़ी मात्रा में e-waste को रोकने में मदद मिलेगी 

- हर बार खराब होने पर चार्जर खरीदने की जरूरत खत्म होगी 

- आपको भी याद नहीं रखना होगा कि कौन सा चार्जर रखा है और कौन सा भूल गए 

इसलिए अब सरकार इस पूरे मुद्दे को लेकर तीन अलग-अलग एक्सपर्टस ग्रुप बनाने की तैयारी कर रही है. इन एक्सपर्टस ग्रुप के गठन को इसी महीने की आखिर तक नोटिफाई किया जा सकता है और सभी स्टेक होल्डर्स से सुझाव लेने के बाद ये ग्रुप्स अगले १ से २ महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे.

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