2023 के चुनावी नतीजे मध्य प्रदेश में किसके पक्ष में जाएंगे उसका फैसला 3 दिसंबर को होगा लेकिन उससे पहले मतदाताओं के दिल में उतरने के लिए कांग्रेस ने जो घोषणापत्र जारी किया है उसमें वादों की झड़ी लगा दी है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि राज्य की जनता बदलाव चाह रही है और हम उस बदलाव को लाने में निश्चित ही कामयाब होंगे.
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Madhya Pradesh Congress Manifesto: मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने मंगलवार को राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया जिसमें प्रदेश के सभी नागरिकों के लिए 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण और राज्य की एक आईपीएल टीम बनाने सहित कई वादे किए गए हैं.राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने 106 पन्नों के घोषणापत्र में 59 वादों को सूचीबद्ध किया है. इसमें किसानों, महिलाओं और सरकारी कर्मचारियों सहित समाज के सभी वर्गों के लिए आश्वासन शामिल हैं.
कांग्रेस मैनिफेस्टो के खास अंश
कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज अपना वचन पत्र जारी किया है। यह वचन पत्र मध्य प्रदेश की जनता के लिए खुशहाली और समृद्धि का संदेश है। हम किसानों को गेहूं का ₹2600 प्रति क्विंटल और धान का ₹2500 प्रति क्विंटल मूल्य देंगे और इसे बढ़ाकर ₹3000 प्रति क्विंटल तक ले… pic.twitter.com/fSPrlCuSBV
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 17, 2023
कमल नाथ ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि हम सभी लोगों के लिए 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करेंगे, जिसमें 10 लाख रुपये का दुर्घटना कवर भी होगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की एक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम भी होगी. कमल थ ने दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने और महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह की सहायता देने की भी घोषणा की.उन्होंने 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराने, स्कूली शिक्षा मुफ्त करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने और युवाओं को दो साल तक 1,500 रुपये से 3,000 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने का भी वादा किया.
17 नवंबर को चुनाव
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 17 नवंबर को होने हैं. बता दें कि 2018 के चुनावी नतीजों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सरकार बनाने में कामयाब रही. कमलनाथ को सरकार का मुखिया बनाया गया था. लेकिन कांग्रेस में आपसी कलह की वजह से सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सरकार बनाने में कामयाब रहे.