जेएनयू हिंसा सरकार प्रायोजित आतंक और गुंडागर्दी, न्यायिक जांच होनी चाहिए: कांग्रेस
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जेएनयू हिंसा सरकार प्रायोजित आतंक और गुंडागर्दी, न्यायिक जांच होनी चाहिए: कांग्रेस

जेएनयू में रविवार शाम को कुछ नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों पर हमला किया था. इस हमले में कई छात्र घायल हुए थे. हमलावर लाठी-डंडों से लैस थे.

फोटो- ट्विटर INC

नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार शाम को हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूछा कि हिंसा के दौरान 150 से ज्यादा बार दिल्ली पुलिस को कॉल किए गए.

सुरजेवाला ने कहा, 'मोदी सरकार जेएनयू के छात्रों को बेरहमी से पिटवाती है. अहंकारी सरकार की कुर्सी आज डगमगा रही है.जेएनयू के छात्रों पर नकाबपोश गुंडों ने हमला किया.दिल्ली पुलिस हिंसा को चुपचाप देखती रही.मोदी सरकार युवाओं की आवाज को दबाना चाहती है.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जेएनयू हिंसा के पीछ सरकार का हाथ था. सुरजेवाला ने कहा, 'सरकार प्रयोजित आतंक और गुंडागर्दी है. ये सब गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर हुआ है. इस देश के नौजवानों को अमित शाह की जांच पर भरोसा नहीं है. हम मांग करते हैं कि इस हिंसा की न्यायिक जांच होनी चाहिए. वो भी दिल्ली हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में.'

उन्होंने कहा कि ये जेएनयू और जामिया तक सीमित नहीं है. देश के कई शिक्षण संस्थानों में ऐसी आवाजों को दबाने के लिए सरकार की शह पर यह सब हो रहा है. सरकार छात्रों और युवाओं की आवाज दबाना चाहते हैं. कांग्रेस नेता उदित राज जी कल कैंपस के बाहर थे. उन्होंने अपनी आंखों से ये सब देखा था.

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इसके बाद उदित राज ने बताया, 'मैं जेएनयू गेट के बाहर था और हमें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. पुलिस मूक दर्शक बनकर खड़ी रही. गुंडे अंदर आतंक मचाकर आसानी से बाहर निकल रहे थे. अंदर से मुझे मेरे मित्रों के फोन आ रहे थे कि पुलिस को भेजो यहां गुंडो ने हमला कर दिया है.'

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