अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स (Apollo hospitals) ने देश में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी (Sputnik V) के टीकाकरण का प्लान घोषित कर दिया है. कंपनी ने यह टीका लगवाने वालों के लिए नई दर भी घोषित की हैं.
Trending Photos
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को धार देने के लिए अब अस्पताल ग्रुप भी सामने आ रहे हैं. अब देश के बड़े अस्पताल समूह अपोलो ग्रुप ने वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा ऐलान किया है.
अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स (Apollo hospitals) ने घोषणा की है कि वह जून के दूसरे सप्ताह से भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी (Sputnik V) को लगाना शुरू कर देगा. अस्पताल ने इस वैक्सीन के प्रति डोज की कीमत 1,195 रुपये तय की है. अपोलो समूह के एक अधिकारी ने कहा, 'हम वैक्सीन के लिए 995 रुपये और 200 रुपये प्रशासन शुल्क लेंगे.'
अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स (Apollo hospitals) की कार्यकारी उपाध्यक्ष शोभना कामिनेनी (Shobana Kamineni) ने गुरुवार को यह ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अपोलो ग्रुप ने भारत के 80 स्थानों पर अब तक 10 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगा चुका है. इनमें फ्रंटलाइन वर्कर्स, ज्यादा जोखिम वाली आबादी और कॉरपोरेट इंप्लाईज शामिल हैं.
शोभना कामिनेनी (Shobana Kamineni) ने कहा, 'जून में हमारा हर हफ्ते दस लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने का टारगेट है. जुलाई में हम इस टारगेट को दोगुना कर देंगे. हमने इस साल सितंबर तक 2 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट फिक्स किया है.' उन्होंने कहा कि भारत अब कोरोना वैक्सीन की पर्याप्तता की ओर आगे बढ़ रहा है.
बताते चलें कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत और रूस हर महीने करीब 3.5-4 करोड़ डोज बनाने की योजना बना रहे हैं. इसके लिए अगस्त या सितंबर तक उत्पादन शुरू हो सकता है. रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) और भारत की प्रमुख दवा कंपनियों में से एक, Panacea Biotec ने स्पुतनिक वी (Sputnik V) का उत्पान करने के लिए आपस में हाथ मिलाया है.
VIDEO
स्पुतनिक वी को भारत की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की ओर से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है. यह भारत में मंजूरी पाने वाली तीसरी कोरोना वैक्सीन बन गई है. इसके साथ ही कोरोना महामारी के खिलाफ रूसी टीके स्पुतनिक वी (Sputnik V) का इस्तेमाल करने वाला भारत दुनिया का 60वां देश बन गया है. दुनिया के करीब 3 अरब आबादी वाले देश अब तक इस वैक्सीन को मंजूरी दे चुके हैं.
देश में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए प्रयासों में जुटी सरकार ने अस्पतालों के दवा कंपनियों से सीधे टीके खरीदने की परमीशन दे दी है. जिसके बाद अपोलो अस्पताल ने स्पुतनिक वैक्सीन (Sputnik V) के लिए कंपनी से टाई अप कर लिया है. इस वैक्सीन को लगवाने के लिए लोगों को Cowin ऐप पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके बाद अपोलो अस्पतालों में जाकर वे कहीं भी यह वैक्सीन लगवा सकेंगे.
ये भी पढ़ें- कोरोना काल में अनोखा टूर ऑफर, 24 दिनों के लिए जाएं रूस और साथ में 'फ्री' Sputnik V वैक्सीन
भारत में रूसी दूतावास को उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी (Sputnik V) का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत-रूस मिलकर काम कर रहे हैं. हमारा टारगेट भारत में 8.5 करोड़ वैक्सीन प्रतिमाह बनाने का है. उन्होंने कहा कि स्पुतनिक वी की सिंगल-डोज़ वैक्सीन 'स्पुतनिक लाइट' के भारत में प्रमोशन की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं.
LIVE TV