Corona को लेकर सरकार का दूसरा बड़ा फैसला, इन 5 देशों के यात्रियों को लेकर उठाया ये कदम
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Corona को लेकर सरकार का दूसरा बड़ा फैसला, इन 5 देशों के यात्रियों को लेकर उठाया ये कदम

Corona Virus के BF.7 वेरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है. सरकार ने चीन समेत पांच देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.

 

Corona को लेकर सरकार का दूसरा बड़ा फैसला, इन 5 देशों के यात्रियों को लेकर उठाया ये कदम

RT-PCR Test Made Mandatory: कोरोना वायरस के BF.7 वेरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है. सरकार ने चीन समेत पांच देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को ये जानकारी दी.

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, 1 जनवरी 2023 से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. उन्हें यात्रा से पहले अपनी रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी. इससे पहले कोविड के मामले बढ़ने के बाद, सरकार ने प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की बिना किसी क्रम के (रैंडम) कोविड जांच अनिवार्य कर दी थी.

40 दिन होने वाले हैं बेहद अहम 

सरकार ने आगाह किया कि अगले 40 दिन महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि भारत में जनवरी में कोविड के मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है. एक अधिकारी ने कहा, पूर्व में, यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नयी लहर आई थी... यह एक प्रवृत्ति रही है.

इस बीच, एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में स्थिति चीन से अलग है क्योंकि यहां काफी संख्या में लोग वायरस के संपर्क में आ चुके हैं और व्यापक स्तर पर टीकाकरण भी हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 की बड़ी लहर आने की संभावना बहुत कम है.

चीन और दक्षिण कोरिया सहित कुछ देशों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने के बीच सरकार ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी करने को कहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड के मामलों में तेजी की स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठकें भी कर चुके हैं. 

कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने की किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को देश भर के अस्पतालों में ‘मॉक ड्रिल’ की गई. वहीं, मांडविया ने कहा कि विश्व में कोविड के मामले बढ़ने के मद्देनजर देश सतर्कता बरत रहा है और इससे निपटने के लिए तैयार है. कोरोना वायरस के ओमीक्रोन के उप-स्वरूप बीएफ.7 से मामलों में हालिया वृद्धि हुई है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बीएफ.7 के फैलने की दर बहुत अधिक है और एक संक्रमित व्यक्ति 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है.

सीएसआईआर के इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत में कोविड की बड़ी लहर आने की संभावना बहुत कम है. भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, पुणे में शिक्षण कार्य से जुड़े सत्यजीत रथ ने कहा, यह उम्मीद करने का कोई कारण नहीं है कि चीन में स्थिति भारत के लिए कुछ भविष्यवाणी करेगी. चीन में हालात विशेष रूप से उस देश द्वारा लगभग तीन वर्षों से अपनायी जा रही शून्य-कोविड नीतियों की वजह से है.

चीन में पिछले कुछ सप्ताह में प्रतिदिन हजारों की संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बुधवार को भारत में 0.14 प्रतिशत की दैनिक संक्रमण दर और 0.18 प्रतिशत की साप्ताहिक संक्रमण दर के साथ कोरोना वायरस संक्रमण के 188 नए मामले सामने आए. 

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