Trending Photos
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और केंद्र सरकार ने इसे कोविड-19 की दूसरी लहर बताया है. देशभर के कई राज्यों में नए केस बढ़े हैं, लेकिन सबसे ज्यादा खराब हालात महाराष्ट्र में हैं. पिछले एक महीने में कोविड-19 (Covid-19) के दैनिक मामले और मौत के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जो अब डराने लगी है. इस बीच दिल्ली सरकार ने आपात बैठक बुलाई है, वहीं मुंबई में आज संपूर्ण लॉकडाउन पर फैसला किया जा सकता है. इसके अलावा देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कैबिनेट सेक्रेटरी ने आज सुबह 11 बजे राज्यों के मुख्य सचिवों की बैठक बुलाई है.
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 72 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं. एक दिन में इतने ज्यादा मामले लगभग 4 महीने के बाद आए हैं, जबकि पिछले 24 घंटे में भारत में 459 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई. भारत में 10 जनवरी को 18 हजार से ज्यादा मामले आए थे. फरवरी में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण कुछ कम होना शुरु हुआ था, लेकिन मार्च में कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़े. 10 मार्च को कोविड-19 के दैनिक मामले 17 हजार आए थे, जो 20 मार्च को 40 हजार और इसके 11 दिन बाद 1 अप्रैल को ये आंकड़ा 72 हजार को पार कर गया.
ये भी पढ़ें- भारतीय रेलवे पर कोरोना वायरस की मार, एक बार फिर बंद हुई ये ट्रेन
लाइव टीवी
भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पिछली बार के मुकाबले थोड़ी अलग है. इस बार संक्रमण की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले चार गुना ज्यादा है. हालांकि इस बार का संक्रमण कम खतरनाक है, लेकिन इस बार युवा कोरोना संक्रमण की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं. भारत में कोरोना के नए Variant का मिलना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है. राजधानी दिल्ली में कोरोना के तेजी से मामले बढ़ने के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं.
1 अप्रैल यानी गुरुवार को दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 2,790 नए मामले सामने आए थे. इस दौरान कोरोना से 9 लोगों की मौत हुई. तेजी से बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आज (शुक्रवार) शाम चार बजे आपात बैठक बुलाई है. बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और स्वास्थ्य विभाग समेत दूसरे संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. बैठक में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार को रोकने के लिए एक्शन प्लान, वैक्सीनेशन के मौजूदा हालात, कंटेनमेंट जोन, अस्पतालों में बेड प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर चिंता जताई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में अगले आदेश तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है. सिर्फ 9वीं से 12वीं क्लास के बच्चों को प्री बोर्ड, मिड टर्म एग्जाम, एनुअल एग्जाम, बोर्ड एग्जामिनेशन, प्रैक्टिकल एग्जाम और प्रोजेक्ट वर्क के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है.
वहीं बात अगर मुंबई की करें तो, मुंबई में कोरोना के नए मामलों ने एक बार फिर नया रिकॉर्ड बनाया है, जहां एक दिन में 8 हजार 646 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान कोरोना संक्रमण से 18 लोगों की मौत हुई है. मुंबई में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 4 लाख 23 हजार 360 हो गए हैं. मुंबई में कोरोना के लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए आज कई बड़े ऐलान हो सकते हैं.
मुंबई के सभी धार्मिक स्थल पूरी तरह से बंद किए जा सकते हैं. मॉल-सिनेमाघर भी पूरी तरह बंद किए जा सकते हैं. लोकल ट्रेनों में भी एक बार फिर जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को छोड़कर बाकी मुसाफिरों की एंट्री बंद की जा सकती है. होटल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल सकते हैं. इसके अलावा प्राइवेट दफ्तरों को दो शिफ्ट में चलाने का आदेश जारी किया जा सकता है. दुकानें और बाजारों को भी एक-एक दिन छोड़कर खोलने का आदेश जारी किया जा सकता है. मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कई कड़े प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं. इसके अलावा जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए संपूर्ण लॉकडाउन की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता.