Corona Virus: केरल से आने लगे कोरोना के डराने वाले आंकड़े, एक दिन में बढ़े 16 गुना पॉजिटिव मरीज
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Corona Virus: केरल से आने लगे कोरोना के डराने वाले आंकड़े, एक दिन में बढ़े 16 गुना पॉजिटिव मरीज

Covid-19 Update: दुनिया में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या से दशहत का माहौल बन रहा है. केरल में एक दिन में कोरोना के 1,634 से ज्यादा एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. इससे पहले एक्टिव केसों की संख्या महज 111 थी.

फाइल फोटो

Covid-19 News: दुनिया में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या से दशहत का माहौल बन गया है. केरल में एक दिन के भीतर कोरोना के 1,634 से ज्यादा एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. इससे पहले एक्टिव केसों की संख्या महज 111 थी. अचानक से बढ़ते मरीजों की तादाद ने स्वास्थ्य विभाग को फिर सोचने को मजबूर कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ जरूरी गाइडलाइन जारी की है और लोगों से लगातार सतर्कता बरतने को कहा है.

मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की हैं. इसमें कोविड-19 (Covid-19) को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है. देश में वायरस अभी भी फैल रहा है और स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल भी रहा है. जो एक चिंता का विषय है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सचिव सुधांश पंत ने विशेष रूप से जिला स्तर पर लगातार नजर बनाए रखने पर जोर दिया है.

कोविड की चपेट में आए जर्मनी के चांसलर

आपको बता दें कि जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज भी कोविड-19 से जूझ रहे हैं. पीएम मोदी ने उसके जल्द सेहतमंद होने की कामना की है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मैं आपके कोविड-19 से शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं अच्छे आपके स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं.

सुधांश पंत ने दी सलाह

केरल जैसे कुछ साउथ के राज्यों में Covid मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सचिव सुधांश पंत ने कहा है कि कोरोना के किसी नए वेरिएंट की पहचान नहीं की गई है. उन्होंने इससे बचाव के लिए कुछ सुझाव दिए  हैं और इसकी रूपरेखा तैयार की है.

1. आने वाले त्योहारी सीजन के दौरान वायरस के जोखिम को कम करने के लिए पब्लिक स्वास्थ्य उपायों और व्यवस्थाओं को लागू की जाए.

2. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई संशोधित गाइडलाइन का पालन किया जाए.

3. जिला स्तर पर इन्फ्लूएंजा और गंभीर सांस की बीमारी की नियमित मॉनिटरिंग की जाए.

4. अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाए और सभी जिलों में पर्याप्त परीक्षण किया जाए. उन्होंने इस तरह के कई उपाय सुझाए हैं.

(इनपुट: एजेंसी)

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