अनंतनाग को छोड़कर कश्मीर के बाकी हिस्सों से कर्फ्यू हटाया गया
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अनंतनाग को छोड़कर कश्मीर के बाकी हिस्सों से कर्फ्यू हटाया गया

अलगाववादियों के प्रस्तावित मार्च को विफल करने के लिए घाटी के कुछ हिस्सों में कल दोबारा लगाया गया कर्फ्यू गुरुवार को स्थिति में सुधार को देखते हुये, अनंतनाग शहर को छोड़कर बाकी सभी जगहों से हटा लिया गया।

श्रीनगर : अलगाववादियों के प्रस्तावित मार्च को विफल करने के लिए घाटी के कुछ हिस्सों में कल दोबारा लगाया गया कर्फ्यू गुरुवार को स्थिति में सुधार को देखते हुये, अनंतनाग शहर को छोड़कर बाकी सभी जगहों से हटा लिया गया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग शहर को छोड़कर घाटी के किसी हिस्से में अब कर्फ्यू नहीं है। उन्होंने बताया कि हालात में सुधार को देखते हुये लोगों की आवाजाही पर लगाई गई बंदिशें हटा ली गई हैं। अधिकारी ने बताया कि घाटी में कल हालात शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रहे। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। अधिकारियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर कल पूरे कुलगाम जिले और अनंतनाग में दोबारा कर्फ्यू लगा दिया था।

श्रीनगर शहर के पांच थाना क्षेत्रों खनयार, रैनावाड़ी, महाराज गंज, सफा कदाल और नौहट्टा में कफ्र्यू लगाया गया था जबकि मैसुमा और करालखुद थाना क्षेत्रों में चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक थी। हालांकि, अधिकारी ने बताया कि शहर में आज कोई रोक नहीं है। पिछले कुछ दिन से घाटी में हालात खराब थे। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुये हिंसक संघषरें में घाटी में 47 लोग मारे जा चुके हैं। घाटी में पोस्टपेड मोबाइल टेलीफोन सेवाओं के सभी नेटवर्क को एक बार शुरू कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि प्रीपेड मोबाइलों पर इनकर्मिंग कॉल की सुविधा शुरू हो गई है, लेकिन ऐसे नंबरों से आउटगोइंग सुविधा अभी बंद रहेगी।

उन्होंने बताया कि घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने के बारे में निर्णय नहीं लिया गया है। इस बीच, अलगाववादी खेमे के बंद के आह्वान के कारण आज लगातार बीसवें दिन सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारी ने बताया कि हड़ताल के कारण स्कूल, कॉलेज और व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद है जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आ रहे। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति काफी कम रही। हाल की हिंसक घटनाओं में मरने वालों में दो पुलिसकर्मीयों शामिल हैं। इस दौरान 3,000 सुरक्षाकर्मियों सहित 5,500 लोग घायल हुए।

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