एनजीटी ने शनिवार (11 नवंबर) को सम-विषम परिवहन योजना की इजाजत दी थी, लेकिन इसमें किसी भी प्रकार की छूट देने से मना कर दिया था.
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नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में धुंध को लेकर जहां सियासत तेज है तो वहीं बॉलीवुड अभिनेताओं के बीच भी इस मामले को लेकर ट्विटर पर जंग चल रही है. कोई राजनेता हो या फिर कोई अभिनेता, हर कोई दिल्ली में छाए धुंध पर अपनी राय दे रहा है. इसी कड़ी में अभिनेता आयुष्मान खुराना ने भी दिल्ली की जानलेवा धुंध पर ट्वीट कर अपनी राय जाहिर की. एक ट्विटर के जरिए उन्होंने एक ऐसी मशीन का वीडियो पोस्ट किया, जो धुंध को खत्म करके उसे हीरे में बदल सकती है. हालांकि यह ट्वीट उस वक्त सोशल मीडिया पर और लोकप्रिय हो गया जब महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनके इस ट्वीट पर सहमति जताई.
'विकी डोनर' अभिनेता आयुष्मान ने जो ट्वीट किया है उसके 1 मिनट 15 सेकेंड के वीडियो में एक मशीन द्वारा दुनिया के सबसे प्रदुषित शहरों में से एक चीन की राजधानी बीजिंग की धुंध को खत्म करके उसे डायमंड में बदलने की बात की जा रही है. आयुष्मान ने इस ट्वीट को 11 नवंबर को पोस्ट किया है और खबर लिखे जाने तक इसे 4.5 हजार लोगों ने रिट्वीट किया है, जबकि लाइक करने वालों की तादाद 8.3 हजार है.
This! #smog #smogcutter pic.twitter.com/47FvKJCoqx
— Ayushmann Khurrana (@ayushmannk) November 11, 2017
'बिग बी' अमिताभ बच्चन इस वीडियो से काफी प्रभावित नजर आए. उन्होंने खुराना के ट्वीट के जवाब में 12 नवंबर को कहा, 'क्या सच में? इसकी वाकई जरूरत है.' खबर लिखे जाने तक इसे 1.6 हजार लोगों ने रिट्वीट किया है, जबकि 9.3 हजार लोगों ने इसे पसंद किया है.
really ? .. need to get one of these https://t.co/cWFpXMDSxS
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) November 12, 2017
वहीं दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने सोमवार (13 नवंबर) को 'इस वर्ष' सम-विषम वाहन योजना में दोपहिया वाहनों और महिला चालकों को छूट देने की मांग के साथ ही राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के समक्ष पुनर्विचार याचिका दाखिल की. दिल्ली सरकार ने शनिवार (11 नवंबर) को एनजीटी द्वारा यह छूट नहीं दिए जाने पर पर इस परियोजना को टाल दिया था. दिल्ली सरकार के वकील तरुणवीर सिह खेहर ने मीडिया को यहां बताया, "हमने इस वर्ष महिला चालकों और दोपहिया वाहनों को छूट दिए जाने की मांग के साथ पुनर्विचार याचिका दाखिल की है."
एनजीटी ने शनिवार (11 नवंबर) को सम-विषम परिवहन योजना की इजाजत दी थी, लेकिन इसमें किसी भी प्रकार की छूट देने से मना कर दिया था. दिल्ली सरकार ने एनजीटी के इस फैसले के बाद शनिवार को कहा था कि वह दोबारा छूट देने के आग्रह के साथ एनजीटी में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी.
दिल्ली सरकार ने कहा था कि अगर दोपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया तो इससे 30 लाख यात्रियों का बोझ बढ़ेगा और इतनी आबादी के लिए सरकार के पास परिवहन तंत्र नहीं है. सरकार ने कहा था कि बसों को खरीदने की प्रक्रिया चल रही है. एनजीटी के इस फैसले के बाद दिल्ली में 3500 नई बसों की जरूरत पड़ेगी. दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि अगले वर्ष हम पूरी तैयारी के साथ सम-विषम परियोजना को बिना छूट के ही लागू करने की स्थिति में होंगे.
दिन में इससे पहले एनजीटी ने दिल्ली सरकार से पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं करने के बारे में पूछा था और शनिवार को दिल्ली सरकार की ओर से इस संबंध में दिए गए बयान पर आश्चर्य जताते हुए कहा था कि क्या ये बयान केवल मीडिया के लिए थे.