बीटिंग रिट्रीट से जुड़ी 21 खास बातें, जानें- राष्‍ट्रपति के नजदीक क्‍यों जाते हैं बैंड मास्‍टर
Advertisement

बीटिंग रिट्रीट से जुड़ी 21 खास बातें, जानें- राष्‍ट्रपति के नजदीक क्‍यों जाते हैं बैंड मास्‍टर

गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) के साथ ही होता है. 71वें गणतंत्र दिवस का बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020)समारोह आज यानी बुधवार को होगा.

बीटिंग रिट्रीट से जुड़ी 21 खास बातें, जानें- राष्‍ट्रपति के नजदीक क्‍यों जाते हैं बैंड मास्‍टर

नई दिल्ली: 26 जनवरी को भव्य परेड के बाद लोग बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) का इंतजार करते हैं. गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) के साथ ही होता है. 71वें गणतंत्र दिवस का बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020)समारोह आज यानी बुधवार को होगा. गणतंत्र दिवस की परेड के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) की उस पैमाने पर चर्चा नहीं होती है, इसलिए लोग ज्यादा नहीं जानते हैं. जबकि गणतंत्र दिवस उत्सव में बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) एक अहम पल होता है, आइए इसे समझने कोशिश करते हैं.

1. बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) सेरेमनी राष्ट्रपति भवन के सामने 29 जनवरी को होता है. 
2. परंपरा के मुताबिक 26 जनवरी की परेड में तीनों सेना राष्ट्रपति के सामने शक्ति प्रदर्शन करते हैं. बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020) सेरेमनी में राष्ट्रपति की अनुमति लेकर अपने बैरक में लौट जाते हैं. 
3. बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति होते हैं.
4. इसका मुख्य आकर्षण तीनों सेनाओं (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) का एक साथ मिलकर सामुहिक बैंड का कार्यक्रम प्रस्तुत करना होता है. परेड भी देखने लायक होती है.
5. इस कार्यक्रम में ड्रमर 'एबाइडिड विद मी' धुन बजाते हैं जो महात्मा गांधी के सबसे प्रिय धुनों में से एक थी.
6. इसके बाद रिट्रीट का बिगुल बजता है. इस दौरान बैंड मास्‍टर राष्‍ट्रपति के नजदीक जाते हैं और बैंड वापस ले जाने की अनुमति मांगते हैं. इसी के बाद यह माना जाता है कि समापन समारोह पूरा हो गया है.
7. बैंड मार्च वापस जाते समय 'सारे जहां से अच्‍छा गाने' की धुन के साथ कार्यक्रम का समापन होता है.
8. अंत में राष्‍ट्रगान गाया जाता है और इस प्रकार गणतंत्र दिवस के आयोजन का औपचारिक समापन होता हैं.
9. बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020)सेरेमनी गणतंत्र दिवस की नई परंपरा नहीं है यह अंग्रेजों के समय से आयोजित होती आ रही है. 
10. बीटिंग द रिट्रीट के मौके पर राष्ट्रपति भवन, विजय चौक के इर्द-गिर्द बने हुए सारे भवनों को सजाया जाता है.
11. बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020)सेरेमनी का आयोजन 29 जनवरी को शाम को सूरज ढलने के साथ ही किया जाएगा.
12. बीटिंग रिट्रीट (Beating retreat ceremony 2020)पर सेना का ऊंट दस्ता राजपथ पर शक्ति प्रदर्शन करते हैं.
13. ऊंटों का ये दल रायसीना हिल पर उत्तर और दक्षिण ब्लॉक की प्राचीर पर खड़े दिखाई पड़ते हैं.
14. दुनिया का यह इकलौता ऊंट दस्ता है जो न केवल बैंड के साथ राजपथ पर प्रदर्शन करता है बल्कि सरहद पर रखवाली भी करता है.
15. 1976 में पहली बार 90 ऊंटों की टुकड़ी हुई थी शामिल
16. पहली बार 1976 में 90 ऊंटों की टुकड़ी गणतंत्र दिवस का हिस्सा बनी थी, जिसमें 54 ऊंट सैनिकों के साथ और शेष बैंड के जवानों के साथ थे.
17. ऊंटों का दल बीएसएफ देश का अकेला ऐसा फोर्स है, जिसके पास अभियानों और समारोह दोनों के लिए सुसज्जित ऊंटों का दल है.
18. शाही और भव्य अंदाज में सजे ‘रेगिस्तान के जहाज’ ऊंट को सीमा सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है और पहली बार यह ऊंट दस्ता सन 1976 में इस राष्ट्रीय पर्व की झांकी का हिस्सा बना था. इससे पहले सन 1950 से इसकी जगह सेना का ऐसा ही एक दस्ता गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा था.
19. इन ऊंटों के दस्ते का प्रयोग अलग-अलग समारोहों के मौके पर भी किया जाता है इस वजह से इनके पास ड्रेस का भी खजाना होता है. अलग-अलग मौकों के लिए इनके पास लगभग 65 ड्रेसें मौजूद हैं. विदेशी राजनयिकों के आने पर ये उस तरह की ड्रेस पहनते हैं और गणतंत्र दिवस जैसे समारोह के लिए अलग ड्रेस पहनते हैं.
20. इन ऊंटों पर बैठने वाले जवान भी खास होते हैं. इनकी ऊंचाई 6 फुट या उससे अधिक होती है. सीएसएफ ऐसे जवानों का चयन इस तरह के मौकों के लिेए करती है. ये जवान ऐसी परेड के मौकों पर दिख जाते हैं.
21. इस ऊंट बटालियन की एक खास बात और है. इन ऊंटों पर बीएसएफ के जो जवान बिठाए जाते हैं उनकी मूंछें भी सामान्य नहीं होती है. सभी की मूंछें ऊपर की ओर उठी हुई होती है जिससे इनको पहचाना जाता है. इनके गालों पर बढ़ी मूंछों को गलमुच्छा भी कहा जाता है.

ये वीडियो भी देखें:

Trending news