BJP नेता ने शाहीन बाग को बताया 'शैतान बाग', कहा- दिल्ली को नहीं बनने देंगे सीरिया
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BJP नेता ने शाहीन बाग को बताया 'शैतान बाग', कहा- दिल्ली को नहीं बनने देंगे सीरिया

तरुण चुग ने कहा कि भारत में हाफ़िज़ सईद के विचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

BJP नेता ने शाहीन बाग को बताया 'शैतान बाग', कहा- दिल्ली को नहीं बनने देंगे सीरिया

नई दिल्‍ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2019) में बीजेपी ने शाहीन बाग (Shaheen bagh) अपना सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बना लिया है. शाहीन बाग पर बीजेपी (BJP) नेताओं के तीखे बयान जारी हैं. अब पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुन चुघ ने शाहीन बाग की तुलना आईएसआईएस (ISIS) से कर दी है. 

तरुण चुघ ने ट्वीट किया, हम दिल्ली को सीरिया नहीं बनने देंगे और न ही आईएसआईएस मॉड्यूल को यहां सफल होने देंगे जिसमें महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल किया जाता है. ये मेन रास्ते को बंद कर दिल्ली के लोगों के दिमाग में डर बैठाना चाहते हैं. हम ऐसा नहीं होने देंगे, हम दिल्ली को नहीं जलने देंगे. 

तरुण चुघ यहीं नहीं रूके. उन्होंने बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के उस विवादास्पद का भी समर्थन कर दिया जिसकी वजह से ठाकुर के खिलाफ चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है. चुघ ने लिखा, देश के गद्दारों को गोली मारो..., गलत नहीं है. भारत की अखंडता को किसी को भी तोड़ने नहीं देंगे. शाहीन बाग के मतलब शैतान बाग है. जैसे ISIS ने महिलाओं,बच्चों का इस्तेमाल किया है ये भी उसी मॉड्यूल को अपना रहे हैं.भारत में हाफ़िज़ सईद के विचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

 

 

 

ठाकुर और वर्मा पर हो चुकी है कार्रवाई
बता दें निर्वाचन आयोग (ईसी) ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए BJP के प्रचारकों की सूची से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद प्रवेश वर्मा को तत्काल हटाने का आदेश दे दिया. ईसी ने आदर्श आचार संहिता तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन करने के मामले में वर्मा और ठाकुर को नोटिस भी भेजा है.

दिल्ली चुनाव कार्यालय ने मंगलवार को चुनाव आयोग को भाजपा के स्टार प्रचारकों -वर्मा और ठाकुर- द्वारा आदर्श आचार संहिता का संदिग्ध उल्लंघन किए जाने पर अपनी रिपोर्ट दाखिल की थी. रिपोर्ट में वर्मा के शाहीन बाग पर बयान देने और धर्मस्थलों से संबंधित उनके ट्वीट के साथ-साथ एक जनसभा में ठाकुर के 'गोली मारो गद्दारों को' बयान का उल्लेख किया गया था.

वर्मा ने कहा था कि राजधानी में लगभग 500 स्थानों पर सरकारी संपत्ति पर मस्जिद एवं कब्रिस्तान के साथ-साथ हॉस्पिटल और स्कूल बने हैं. उन्होंने कहा कि ये अवैध इमारतें दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और दिल्ली जल बोर्ड तथा अन्य सरकारी एजेंसियों की हैं.

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