दिल्ली सरकार बच्चों में नशे पर लगाएगी लगाम,स्कूलों में खुलेंगे मोहल्ला क्लीनिक
Advertisement

दिल्ली सरकार बच्चों में नशे पर लगाएगी लगाम,स्कूलों में खुलेंगे मोहल्ला क्लीनिक

दिल्ली के स्कूलों में बच्चों में बढ़ती नशे की लत चिंता का विषय है. इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार स्कूलों में हेल्थ क्लीनिक खोलने का तैयारी कर रही है.

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बनाए जाएंगे मोहल्ला क्लीनिक  (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : दिल्ली के स्कूलों में बच्चों में बढ़ती नशे की लत चिंता का विषय है. इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार स्कूलों में हेल्थ क्लीनिक खोलने का तैयारी कर रही है. इसकी घोषणा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को त्यागराज स्टेडियम में हुए 'संवाद से संकल्प' कार्यक्रम में की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों में नशे की लत चिंता का बड़ा कारण है. उन्होंने कहा कि बच्चों में अपने करियर को ले कर काफी तनाव रहता है. इसके चलते वो नशे की गिरफ्त में चले जाते हैं.

  1. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बनाए जाएंगे मोहल्ला क्लीनिक
  2. बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए काम करेंगे ये क्लीनिक
  3. 350 मोहल्ला क्लीनिक स्कूलों में खोले जाएंगे

 350 हेल्थ क्लीनिक खोलेगी सरकार
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की देखरेख और नशे की लत से दूर रखने के लिए स्कूलों में लगभग 350 हेल्थ क्लीनिक खोले जाएंगे. इन हेल्थ क्लीनिकों की जिम्मेदारी होगी कि वे विशेष तौर पर ऐसे बच्चों पर नजर रखें जिन्हें किसी भी प्रकार के नशे की लत हों. बच्चों की नशे की लत छुड़ाने के लिए इन क्लीनिकों को विशेष प्रयास करने होंगे. स्कूलों में मौजूद डॉक्टर समय-समय पर उनकी देखरेख करेंगे और योग और ध्यान के जरिए बच्चों को नशे के जाल से बाहर निकालने में कोशिश करेंगे.  

ये भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का विश्लेषण कर रही है ‘AAP’ : मनीष सिसोदिया

माता-पिता को भी रखना होगा ध्यान
त्यागराज स्टेडियम में हुए संवाद कार्यक्रम में शामिल दिल्ली हाईकोर्ट की जज मुक्ता गुप्ता ने कहा कि कई केसों के दौरान देखा गया है कि बच्चों को माता-पिता के द्वारा सही मार्गदर्शन न मिलने से वो गलत संगत में पड़ जाते हैं. इसके जरिए वो नशे की लत में फंस जाते हैं. ऐसे में बच्चों पर माता - पिता को भी विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा. नशा बच्चों को इतना प्रभावित करता है कि वह अपराध की दुनिया में भी कदम रख देते हैं. इसलिए जरूरी है कि शिक्षण संस्थानों में बच्चों को इतना बेहतर बनाया जाए कि वह अपना भविष्य उज्जवल बना सके, ना कि नशे का उपयोग करें.

 

 

Trending news