दंगे भड़काने के आरोपी और जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र शरजील इमाम (Sharjeel Imam) पर देश द्रोह के मामले में सुनवाई 3 दिन के लिए टाल दी है.
Trending Photos
नई दिल्ली: दंगे (Delhi Riots) भड़काने के आरोपी और जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र शरजील इमाम (Sharjeel Imam) पर देश द्रोह के मामले में सुनवाई 13 अगस्त तक टल गई है. शरजील इस समय गुवाहाटी की जेल में क्वारंटीन है. जिस कारण वो कोर्ट में पेश नहीं हो सकता. इसलिए सोमवार को साकेत कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई को 3 तीन दिन के लिए टाल दिया है.
दरसअल, आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शारजील इमाम की साकेत कोर्ट में पेशी थी. लेकिन, क्वारंटीन होने की वजह से आरोपी शारजील पेश नहीं हो पाया. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है. वहीं पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं. पुलिस ने बताया कि भड़काऊ भाषण वाली वीडियो और शरजील का वॉयस सैंपल फोरेंसिक रिपोर्ट में मैच हो गया है.
ये भी पढ़ें:- दिल्ली दंगे: आरोपी महिला का खुलासा- DU के प्रोफेसर अपूर्वानंद ने की दंगों की साजिश
बताते चलें कि दंगों के दौरान पुलिस के शरजील के कई ऐसे वीडियो हाथ लगे थी जिसमें वो लोगों को भड़काने के लिए भाषण दे रहा था. ये वीडियो जामिया हिंसा (13 दिसम्बर से 15 दिसम्बर) के पहले यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर के हैं जहां वो नौजवानों को भड़काने के लिए देश विरोधी बातें कर रहा था. इसके साथ ही दूसरी वीडियो में अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के बाहर खड़े होकर देश के टुकड़े करने की बातें कर रहा था. इन सभी वीडियो की वॉइस को जब शरजील के वॉइस सैम्पल से मैच किया गया तो वो पूरी तरह मैच हो गई. बता दें कि क्राइम ब्रांच ने कोर्ट से परमिशन लेने के बाद CFSL लैब में शरजील का वॉइस सैम्पल लिया था.
बता दें कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने जेएनयू के पूर्व छात्र शर्जील इमाम के खिलाफ देश विरोधी भाषण और अन्य धाराओं के तहत पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. CAA और NCR के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन को एक नई दिशा देने वाले शर्जील इमाम (sharjeel imam) ने जामिया समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में भाषण दिए थे. अपने भाषणों के जरिए उसका मकसद लोगों को भड़काना और देश के टुकड़े करना था.
ये भी पढ़ें:- दिल्ली: तेज रफ्तार कार की टक्कर से पलटी पुलिस वैन, हेड कॉन्सटेबल की मौत, देखें PHOTOS
पुलिस के मुताबिक शर्जील इमाम ने लोगों को चक्का जाम करने के लिए भड़काया था और जिसके चलते सबसे पहले शाहीन बाग में सड़क जाम की गई थी. उसके बाद दिल्ली के कई हिस्सों में नागरिकता कानून के विरोध में सड़क जाम करने की शुरुआत हुई थी. क्राइम ब्रांच ने अपनी जांच में पाया कि जेएनयू से पीएचडी करने वाला शर्जील इमाम इस्लाम को लेकर खासा कट्टरपंथी है.
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक शर्जील इमाम की विचाधारा पूरी तरह भगोड़े जाकिर नाइक की तरह ही है. शर्जील इमाम ने ही अपने भाषण के जरिए एक खास समुदाय को हिंसा और दंगे करने के लिए उकसाया था. दरअसल, वो चाहता था कि इस देश में मुस्लिमों को उनका हक मिले और ये हक सिर्फ चक्का जाम या फिर देश को अलग-अलग हिस्सों में काट कर और सरकार पर दबाव बनाकर ही मिल सकता है.