मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘परिवार पहचान पत्र’ का मुख्य उद्देश्य शून्य शेष (जीरो लेफ्ट आउट) सुनिश्चित करना है.
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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश के प्रत्येक परिवार के लिए एक 'परिवार पहचान पत्र' तैयार किया जाएगा, जिससे न केवल लाभार्थियों को विभिन्न नागरिक केंद्रित सेवाएं मिलना सुनिश्चित होगा बल्कि इससे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी.
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘परिवार पहचान पत्र’ का मुख्य उद्देश्य शून्य शेष (जीरो लेफ्ट आउट) सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि जिस दिन कोई व्यक्ति 60 साल की आयु पूरी कर लेता है, उसे यह संदेश जाना चाहिए कि वह वृद्धावस्था पेंशन पाने का पात्र हो गया है. इसी तरह, जैसे ही कोई युवा 18 वर्ष की आयु प्राप्त करता है तो उसे मतदान हेतु पात्र होने के बारे में सूचित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बजाए इसके कि लाभार्थी विभिन्न योजनाओं और सेवाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए हमारे पास पहुंचे, हमें उन तक पहले पहुंचना चाहिए.
आज चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास से ‘परिवार पहचान पत्र’ के विषय पर Video Conferencing के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों से रूबरू हुआ। इस दौरान प्रदेश के विकास से सम्बंधित विभिन्न योजनाओं एवं मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। pic.twitter.com/riUkSQaDOW
— Manohar Lal (@mlkhattar) January 1, 2019
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे एसडीएम कार्यालयों, तहसीलों, ब्लॉक कार्यालयों, स्कूलों, राशन डिपो, गैस एजेंसियों आदि जैसे पब्लिक डीलिंग के सभी कार्यालयों में परिवार पहचान पत्र प्रफॉर्मा की हार्ड कॉपी रखें, ताकि विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए यहां आने वाले लोग अपने परिवार का विवरण अपडेट कर सकें. उन्होंने कहा कि इस कवायद के बाद तैयार किया जाने वाला डाटाबेस सरकार की सभी कल्याणकारी नीतियों के लिए आधार बनेगा.
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जिला उपायुक्तों के साथ बैठक के दौरान इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह कार्ड संयुक्त और एकल दोनों परिवारों के लिए बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की. वित्त मंत्री अभिमन्यु भी इस बैठक में मौजूद थे.