वक्फ लैंड होल्डर्स अब करेंगे दिल्ली कूच, आज हरियाणा-पंजाब में हुए प्रदर्शन
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वक्फ लैंड होल्डर्स अब करेंगे दिल्ली कूच, आज हरियाणा-पंजाब में हुए प्रदर्शन

वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में शनिवार को हरियाणा, पंजाब के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन किए गए. हिसार में भी प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर नारेबाजी की और पुतला फूंककर रोष जाहिर किया.

प्रदर्शनकारियों ने वक्फ बोर्ड पर ज्यादतियां करने का आरोप भी लगाया.

हिसार: वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में शनिवार को हरियाणा, पंजाब के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन किए गए. हिसार में भी प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर नारेबाजी की और पुतला फूंककर रोष जाहिर किया. इस बीच प्रदर्शनकारियों ने वक्फ बोर्ड पर ज्यादतियां करने का आरोप भी लगाया. वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम गोयल ने बताया कि अगर आप किसी घर में पिछले 50 सालों से रह रहे हैं और अचानक आपको बताया जाए कि आपको अगर यहां रहना है तो ओपन बोली के जरिये केवल 3 साल के लिए ही दोबारा ये जगह आपकों मिल पाएगी, तो आपको सुनकर कैसा लगेगा.

शायद अजीब नहीं, बल्कि बहुत ही बुरा लगे, लेकिन देश के 12 करोड़ आश्रितों के साथ ऐसा हो रहा है. 2013 में कांग्रेस जाते-जाते एक नया कानून बना गई, जिसका खामियाजा आज उन्हें भुगतना पड़ रहा है. नए नियम के मुताबिक वक्फ बोर्ड को तानाशाह बना दिया गया. काफी कुछ शक्तियां उन्हें दे दी गई, जिसका वो अब नाजायज तौर पर इस्तेमाल करने में जुटा है. बस इसी बात के विरोध में आज पूरे हरियाणा में और पंजाब में प्रदर्शन किए गए है. हिसार के जिला प्रधान राकेश चोपड़ा ने कहा कि हिसार में भी वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन की अगुवाई में संगठन के सदस्य सड़कों पर उतरे, बकायदा पुतला फूंक कर रोष जाहिर किया गया. साथ ही जल्द ही दिल्ली घेराव की रणनीति का भी ऐलान किया गया. 

आज किराएदारों को बोर्ड द्वारा किया जाने लगा हैं और मनमाने तरीके से किराया वसूला जा रहा है. संगठन से जुड़े सदस्यों ने बताया कि इस मामले को लेकर वो प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बीजेपी के दिग्गज नेताओं के समक्ष भी अपनी बात रख चुके है. संगठन के सदस्यों ने कहा कि वो अब दिसंबर के आखिरी महिने में दिल्ली कूच करेंगे. वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन ने अपने आंदोलन की रूप रेखा बना ली है. दावा है कि पूरे देश में 15 करोड़ प्रोपर्टी पर रहने वाले लोग इस नये कानून से प्रभावित है. देखना यही होगा कि सरकार इस मामले को लेकर क्या कदम उठाती है, और किस प्रकार से इस समस्या का समाधान करती है.

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