जाट आरक्षण आंदोलन: दिल्ली-NCR में सब्जी, दूध आपूर्ति प्रभावित
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जाट आरक्षण आंदोलन: दिल्ली-NCR में सब्जी, दूध आपूर्ति प्रभावित

पड़ोसी राज्य हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की वजह से परिवहन व्यवस्था बाधित होने से दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फूलगोभी और आलू जैसी सब्जियों के थोक बिक्री मूल्य मामूली रूप से बढ़े हैं जबकि दूध की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।

जाट आरक्षण आंदोलन: दिल्ली-NCR में सब्जी, दूध आपूर्ति प्रभावित

नयी दिल्ली: पड़ोसी राज्य हरियाणा में जाट आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की वजह से परिवहन व्यवस्था बाधित होने से दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फूलगोभी और आलू जैसी सब्जियों के थोक बिक्री मूल्य मामूली रूप से बढ़े हैं जबकि दूध की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।

आजादपुर मंडी के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर विरोध प्रदर्शन जारी रहता है तो राष्ट्रीय राजधानी में सब्जियों की आपूर्ति आगे और प्रभावित होगी। प्रमुख दूध उत्पादक कंपनी अमूल ने पहले ही अपने रोहतक संयंत्र में परिचालन को बंद कर दिया है जहां पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन क्षमता है जबकि क्वालिटी लिमिटेड ने कहा है कि उसने अपने सिरसा और फतेहाबाद चिलिंग सेन्टर से दूध संग्रहण का काम रोक दिया है।

प्रदर्शन के कारण परिवहन व्यवस्था बाधित होने से मौजूदा समय में दिल्ली-एनसीआर में दूध की मांग को उत्तर प्रदेश की बढ़ी हुई आपूर्ति से पूरा किया जा रहा है जबकि सब्जियों की मांग को पड़ोसी राज्य राजस्थान से पूरा किया जा रहा है। टमाटर, फूलगोभी, गाजर और हरी पत्तियों वाली सब्जियों की थोक कीमत आजादपुर मंडी में 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गयी जो फलों और सब्जियों की एशिया में सबसे बड़ी मंडी है।

आजादपुर मंडी के एक अधिकारी ने बताया, हरियाणा से आपूर्ति में 10 से 15 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि, मांग को राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से पूरा किया जा रहा है। अगर विरोध प्रदर्शन जारी रहता है तो आपूर्ति प्रभावित होगी और उसी के अनुसार कीमतें भी प्रभावित होंगी। 

गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक आर एस सोढी के अनुसार, हम रोहतक संयंत्र से राष्ट्रीय राजधानी को दूध की आपूर्ति करते हैं। लेकिन विगत तीन दिनों से हमने वहां परिचालन बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि रोहतक संयंत्र में प्रसंस्कृत दूध को दिल्ली-एनसीआर नहीं लाया जा सका और इन्हें स्थानीय स्तर पर ही वितरित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि दूध की आपूर्ति प्रभावित हुई है हालांकि, एनसीआर क्षेत्र के लिए स्टॉक की कोई कमी नहीं है। सोढी ने कहा, अगर स्थिति इसी तरह से बनी रहती हैं तो यह चिंता का विषय है।

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