हिसार: कोरोना को हराने के लिए यज्ञ का लिया जा रहा सहारा, पंडित कर रहे जाप
Advertisement

हिसार: कोरोना को हराने के लिए यज्ञ का लिया जा रहा सहारा, पंडित कर रहे जाप

कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग पूरे अलर्ट पर है, वहीं दूसरी तरफ प्राचीन विधाओं का भी सहारा लिये जाने लगा है. 

हिसार: कोरोना को हराने के लिए यज्ञ का लिया जा रहा सहारा, पंडित कर रहे जाप

हिसार: कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग पूरे अलर्ट पर है, वहीं दूसरी तरफ प्राचीन विधाओं का भी सहारा लिये जाने लगा है. इसी कड़ी में हिसार के दयानंद ब्रह्मा विद्यालय में प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से हवन यज्ञ किया गया, उद्देश्य था संदेश देने का कि जिस प्रकार सेहत के मद्देनजर योग को अपनाया गया, वैसे ही वातावरण में मौजूद नाकारात्मक तत्वों का निदान हवन से भी होता है.

यज्ञ के आयोजक दयानंद ब्राह्म महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमोद योगार्थी और वैदिक संस्कृति केंद्र के अध्यक्ष देवेंद्र उप्पल ने बताया कि यज्ञ करने का उद्देश्य सामाजिक रूप से संदेश देने का था कि वायु में मौजूद नाकारात्मक तत्वों का निदान हवन यज्ञ से भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि प्राणायाम रोग प्रतिरोधक क्षमता को शरीर में बढ़ाने का काम करता है.

यह भी देखें:-

जो लोग नियमित रूप से प्राणायाम करते है और योग के साथ साथ सात्विक आहार लेते है उन पर बीमारियों का हमला बहुत कम होता है. उन्होंने बताया कि हमारी प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों ,सात्विक आहार अग्निहोत्र व व्यायाम को अपनाकर सभी तरह के हानिकारक कृमियों से बचा जा सकता है.

भारतीय शास्त्रों में यज्ञ को सर्वश्रेष्ठ कर्म बताया गया है और वैदिक काल में प्रत्येक घर में सुबह व सायं हवन यज्ञ होता था. वैसे जी मीडिया इस बात की पुष्ठि नहीं करता है कि हवन यज्ञ करने से कोरोना से बचाव हो सकता है. कोरोना के प्रति सजगता और इसे लेकर डब्लयूएचओ द्वारा जारी हिदायते ही इसे रोकने के लिए कारगार है. वायु में मौजूद नारात्मक तत्वों से निपटने के लिए हवन यज्ञ का आयोजन, संदेश दिया कि यज्ञ जैसी प्राचीन विधाओं से फायदा होता था. 

Trending news