बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के कारण आम लोगों को हो रही परेशानियों के विरोध में संसद में गुरुवार को भी जमकर हंगामा हुआ। नोटबंदी को लेकर विपक्ष के तेवर अभी भी कड़े हैं। नोटबैन के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। बता दें कि संसद की कार्यवाही लगातार 6 दिनों से स्थगित हो रही है।
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नई दिल्ली : बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के कारण आम लोगों को हो रही परेशानियों के विरोध में संसद में गुरुवार को भी जमकर हंगामा हुआ। नोटबंदी को लेकर विपक्ष के तेवर अभी भी कड़े हैं। नोटबैन के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। बता दें कि संसद की कार्यवाही लगातार 6 दिनों से स्थगित हो रही है।
बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के विरोध में लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण इस सप्ताह आज लगातार चौथे दिन कार्यवाही बाधित रही और प्रश्नकाल नहीं चलाया जा सका। विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के चलते सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। नोटबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के शोर-शराबे के कारण लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामदलों के सदस्य आसन के आगे आकर नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष ने शोर शराबे के बीच ही आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। अध्यक्ष ने सुदीप बंदोपाध्याय, के सुरेश, के एन रामचंद्रन, मोहम्मद सलीम, एन के प्रेमचंद्रन आदि के कार्यस्थगन के प्रस्ताव को भी नामंजूर कर दिया और कहा कि इसे अन्य मौकों पर लिया जा सकता है। हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने 12 बजकर 5 मिनट पर सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के विरोध में लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण आज भी प्रश्नकाल बाधित रहा। निचले सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी के सदस्य अक्षय यादव ने कुछ कागज फाड़कर आसन से लगे सभापटल की ओर उछाल दिये।
इस विषय पर अपनी मांग के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वे सदन में कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग दोहरा रहे थे। सरकार का कहना है कि उसका यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल शुरू से ही कार्य स्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कार्यस्थगन के बारे में प्रश्नकाल के बाद बात करेंगे। अभी प्रश्नकाल चलने दें।
सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजर्जुन खड़गे ने कहा कि यह महत्वपूर्ण विषय है, इस बारे में कार्यस्थगन का नोटिस स्वीकार किया जाए। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने कहा। हालांकि विपक्षी सदस्य आसन के समीप नारेबाजी करते रहे। इसी दौरान सपा सांसद अक्षय यादव ने कुछ कागज फाड़कर पटल की ओर उछाल दिये। इसके बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की दी।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बाद में सपा सदस्य अक्षय यादव को भविष्य में ऐसे आचारण के विरूद्ध चेतावनी दी। उन्होंने संसद के कामकाज एवं प्रक्रिया के नियम 349 के तहत इसे सदन की गरिमा एवं आचार के प्रतिकूल और उल्लंघन बताया और कहा कि जब सदन की बैठक चल रही हो तब कोई भी सदस्य पोडियम की ओर कागज फाड़कर नहीं उछाल सकता। सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वे सदन में कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग दोहरा रहे थे। सरकार का कहना है कि उसका यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल शुरू से ही कार्य स्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कार्यस्थगन के बारे में प्रश्नकाल के बाद बात करेंगे। अभी प्रश्नकाल चलने दें।