Road Accident: सड़क पर ड्राइविंग करते समय कई लोगों को लगता है कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना, उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. आज हमने आपके लिए इस महत्वपूर्ण विषय पर एक विश्लेषण तैयार किया है और हमें उम्मीद है कि ये विश्लेषण भारत की लापरवाह सोच को बदलने में आपकी मदद करेगा.
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नई दिल्ली: आज हम आपकी सुरक्षा के लिए एक जरूरी विश्लेषण करेंगे और सड़क पर रॉन्ग साइड (Wrong Side) वाले एक्सीडेंट के खतरों से आपको सावधान करेंगे. इसी महीने की 17 तारीख को दिल्ली के पास एक 40 साल का पायलट अपने घर जा रहा था, तभी रॉन्ग साइड पर चल रहे एक ट्रक ने उसकी कार को कुचल दिया. दुर्घटना के बाद अब उस कार का सिर्फ आधा हिस्सा ही मौजूद है. इससे आप उस भीषण एक्सीडेंट का अंदाजा लगा सकते हैं. इस दुर्घटना में पायलट की मौत हो गई. भारत के अलग-अलग शहरों से ऐसे भयानक हादसों की तस्वीरें हर दिन आती हैं.
- वर्ष 2019 में देशभर में लगभग साढ़े चार लाख दुर्घटनाएं हुईं और इसमें डेढ़ लाख से अधिक लोगों की मौत हुई थी.
- इनमें से 9 हजार से अधिक लोगों की मौत की वजह थी, Wrong Side में ड्राइविंग.
- इसका मतलब है कि हर दिन इस वजह से ही 24 लोगों की जान चली गई.
दुख की बात ये है कि हमारे देश के लोग इन सारी बातों को अच्छी तरह जानते तो हैं, लेकिन मानते नहीं हैं. वो अक्सर चालान कटने के डर से हेलमेट पहनने की औपचारिकता पूरी करते हैं. यानी उन्हें चालान का डर रहता है, लेकिन नियमों के उल्लंघन की वजह से अपनी और दूसरे लोगों की मौत का डर नहीं रहता है.
सड़क पर ड्राइविंग करते समय कई लोगों को लगता है कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना, उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. आज हमने आपके लिए इस महत्वपूर्ण विषय पर एक विश्लेषण तैयार किया है और हमें उम्मीद है कि ये विश्लेषण भारत की लापरवाह सोच को बदलने में आपकी मदद करेगा.
गुड़गांव के अनमोल वर्मा की जान एक सड़क हादसे में चली गई. रॉन्ग साइड पर चल रहा एक ट्रक इस हादसे की वजह बना. ये एक्सीडेंट उनकी बुजुर्ग मां, पत्नी और चार महीने के बेटे के लिए जिदंगी भर का गम लेकर आया है और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कई जिंदगियों के लिए बहुत भारी पड़ती है.
एक ट्रक ने यातायात के नियमों की अनदेखी की और उसका नतीजा ऐसे परिवारों को भुगतना पड़ता है. 17 जनवरी की रात को अनमोल वर्मा दिल्ली से गुड़गांव लौट रहे थे. ट्रक के साथ हुए भीषण एक्सीडेंट की वजह से उनकी कार का आधा हिस्सा बुरी तरह से कुचल गया और वो अपनी कार में ही फंस गए. वक्त पर इलाज न मिलने की वजह से अनमोल वर्मा की मौत हो गई.
ये घटना भी रोड एक्सीडेंट की एक आम घटना बन जाती. अगर इसकी सच्चाई का पता नहीं चलता. इस दुर्घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची, घटना की जांच शुरू हुई. सच्चाई का पता लगाने के लिए लोगों के बयान लिए गए, तब जाकर पता चला कि रॉन्ग साइड से आ रहे ट्रक की वजह से ये हादसा हुआ.
देश में सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण है, गलत दिशा से से तेज रफ्तार में गाड़ी निकालने की कोशिश. कई बार ट्रक चालक सड़कों पर गलत दिशा में लापरवाही से गाड़ियां चला रहे हैं. इसी लापरवाही की कीमत दूसरों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है.
जब हमारी टीम एक्सीडेंट वाली जगह पर ही मौजूद थी कि तब एक हैरान कर देने वाली तस्वीर दिखाई दी. 17 जनवरी को एक ट्रक की वजह से हादसा हुआ था और उस दिन हमने देखा कि मवेशियों का पूरा झुंड ही यातायात के नियमों को तोड़ रहा था.
भारत में हर साल करीब 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. हर वर्ष ये आंकड़े बढ़ रहे हैं. यानी यातायात नियमों का उल्लंघन जानलेवा साबित हो रहा है, लेकिन फिर भी कोई सबक नहीं ले रहा है.
गलत दिशा में वाहन चलाना भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है. अगर ट्रैफिक के नियमों का गंभीरता से पालन किया जाए, तो हर वर्ष लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है.