5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर रातों रात बदल गया. अनुच्छेद 370 हटने के दो साल बाद कश्मीर फिर से लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहा है और अब लगता है कि वो दौर लौट रहा है, जब कश्मीर की खूबसूरत वादियों को बड़े पर्दे पर देखकर उनसे प्यार हो जाता था.
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नई दिल्ली: आज से हम जम्मू-कश्मीर के 2.O पर स्पेशल सीरीज की शुरुआत कर रहे हैं, जिसके अलग अलग एडिशन में हम आपको बताएंगे कि कैसे अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर का भाग्य बदल गया.
इस स्पेशल सीरीज के पहले एडिशन में हम आपको ये बताएंगे कि कैसे कई दशकों के बाद अब कश्मीर में नई फिल्म पॉलिसी आने जा रही है, जिसके तहत यहां ज्यादा फिल्मों की शूटिंग हो सकेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
खूबसूरत वादियां और रोमांटिक मौसम, एक वक्त था जब कश्मीर की यही पहचान थी. ये वो वक्त था, जब बॉलीवुड ही क्या पूरा देश कश्मीर को प्यार भरी निगाहों से देखता था.
60, 70 और 80 के दशक में यहां हर साल 10 से 15 फिल्मों की शूटिंग हुआ करती थी. अंदाज, मेरे सनम, जंगली, कश्मीर की कली और सिलसिला जैसी सुपर हिट फिल्मों ने कश्मीर को लोगों के दिलों में जगह दी थी, लेकिन 1990 से भड़की आतंकवाद की आग ने कश्मीर का चेहरा बदल दिया और पिछले कुछ समय से उसका जिक्र आतंकवाद पर आधारित फिल्मों से होने लगा.
5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर रातों रात बदल गया. अनुच्छेद 370 हटने के दो साल बाद कश्मीर फिर से लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहा है और अब लगता है कि वो दौर लौट रहा है, जब कश्मीर की खूबसूरत वादियों को बड़े पर्दे पर देखकर उनसे प्यार हो जाता था.
नए दौर की फिल्मों में हैदर, बजरंगी भाईजान और शिकारा जैसी ही फिल्में आईं, जिनमें कश्मीर पंडितों की बदहाली और आतंकवाद का मुद्दा दिखाया गया, लेकिन अब यहां के लोग चाहते हैं कि फिर से कश्मीर में बंदूकों से नहीं, कैमरे से शूटिंग हो और लोगों के दिलों में वो फिर से बस जाए.
1990 के दशक में जब आतंकवाद का दौर शुरू हुआ तो यहां सिर्फ 4 फिल्मों की शूटिंग ही हुई. हलांकि साल 2000 के बाद हालात कुछ बदले और उसके बाद अगले 10 सालों में 15 फिल्में फिल्माई गईं. 2010 के बाद अब तक कुल 21 फिल्मों की शूटिंग कश्मीर में हुई है. अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में शूट की गई पहली फिल्म थी- कश्मीर: द फाइनल रिजोल्यूशन.
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है और कश्मीर फिर से बॉलीवुड की पहली पसंद बनेगा.
सिल्वर स्क्रीन पर कश्मीर की वापसी से सबसे ज्यादा खुश होते मशहूर एक्टर दिलीप कुमार. दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें कश्मीर के पहलगाम की वादियों में बसी हैं. पहलगाम के होटल के मालिक उन दिनों को याद करते हैं, जब स्टार्स यहां आकर रुकते थे.
पहलगाम होटल में राज कपूर, रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, परवीन बॉबी समेत कई बॉलीवुड स्टार की तस्वीरें हैं, जो अपने दौर में शूटिंग के दौरान यहां आते थे.
नया कश्मीर में बॉलीवुड के स्वागत के लिए बेचैन है और ये लोग बॉलीवुड स्टार्स को पहलगाम आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं और अच्छी बात ये है कि जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक स्तर पर नई फिल्म पॉलिसी लाई जा रही है, जो न सिर्फ बॉलीवुड के लिए बल्कि कश्मीर के लोगों के लिए फायदे का सौदा होगी.