DNA ANALYSIS: फ्री हनीमून ट्रिप पर जाने का लालच बन गया जेल जाने की वजह
Advertisement
trendingNow1773714

DNA ANALYSIS: फ्री हनीमून ट्रिप पर जाने का लालच बन गया जेल जाने की वजह

पिछले वर्ष 6 जुलाई को ये मोहम्मद शरीक और उनकी पत्नी ओनिबा कौसर जैसे ही कतर के हमाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे तो इनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में इन्होंने सोचा भी नहीं था.

DNA ANALYSIS: फ्री हनीमून ट्रिप पर जाने का लालच बन गया जेल जाने की वजह

नई दिल्ली: भारत में हर दिन 10 लोग बेरोजगारी की वजह से आत्महत्या करते हैं तो हर दिन 10 लोग ड्रग्स की लत की वजह से आत्महत्या करते हैं. लेकिन अब हम आपको जिस परिवार की कहानी सुनाएंगे उसके किसी सदस्य ने ड्रग्स की वजह से आत्महत्या तो नहीं कि लेकिन ये परिवार ड्रग्स तस्करों के जाल में फंसकर अब पूरी तरह से टूट चुका है. ड्रग्स तस्करों ने इस परिवार के दो सदस्यों की हनीमून ट्रिप (Honeymoon Trip) स्पॉन्सर करने के नाम पर इन्हें फंसा दिया और अब सिर्फ 29 वर्ष की उम्र में ये पति-पत्नी (Mumbai couple) मिडिल ईस्ट के एक देश कतर की जेल में 10 साल की सजा काट रहे हैं. जेल में ही इस महिला ने एक बच्ची को भी जन्म दिया और अब इस बच्ची का भविष्य भी अंधकार में दिखाई दे रहा है. ये खबर उन लोगों को भी ध्यान से देखनी चाहिए जो सस्ते में या मुफ्त में विदेश यात्रा कराने वालों के लालच में आ जाते हैं और ये नहीं समझ पाते कि इस मुफ्त विदेश यात्रा के नाम पर इनसे ड्रग्स (Drugs) की तस्करी भी कराई जा सकती है.

रिश्तेदार ने भेजा हनीमून पर
ये कहानी पिछले वर्ष जुलाई में शुरू हुई थी. जब मुंबई में रहने वाले मोहम्मद शरीक और उनकी पत्नी ओनिबा कौसर को उनकी एक रिश्तेदार अपने खर्च पर हनीमून पर भेजती है. जिसका नाम है-तबस्सुम कुरैशी. तबस्सुम रिश्ते में मोहम्मद शरीक की बुआ हैं.

तबस्सुम इस पति पत्नी को लालच देती हैं कि वह उन्हें अपने खर्च पर उन्हें कतर भेज रही है. लेकिन शर्त ये है कि इन्हें अपने साथ तंबाकू के कुछ पैकेट ले जाने होंगे जिसमें कुछ भी गैरकानूनी नहीं है. मोहम्मद शरीक और ओनिबा इसके लिए तैयार हो जाते हैं, क्योंकि विवाह के बाद वो दोनों हनीमून पर नहीं जा पाए थे. जिस समय इन दोनों के पास ये ऑफर आया था, तब ओनिबा गर्भवती थीं. लेकिन पिछले वर्ष 6 जुलाई को ये दोनों जैसे ही कतर के हमाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे तो इनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में इन्होंने सोचा भी नहीं था. इन दोनों को एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में डाल दिया गया. 

मोहम्मद शरीक को इस बात का शक था कि जो बैग उनकी बुआ उन्हें कतर ले जाने के लिए कह रही है कहीं उसमें कुछ गैर कानूनी तो नहीं है. लेकिन उनकी बुआ ने उन्हें यकीन दिलाया कि ऐसा कुछ नहीं है और चिंता करने वाली कोई बात नहीं है.

इस बातचीत के कुछ दिन बाद मोहम्मद शरीक ने एक बार फिर अपनी बुआ को फोन किया और कहा कि उनकी पत्नी गर्भवती हैं और चेकअप के बाद डॉक्टर ने लंबी दूरी की यात्रा न करने की सलाह दी है. कुल मिलाकर वो अपनी बुआ को ये समझा रहे थे कि वो अभी इस हनीमून पर नहीं जाना चाहते लेकिन उनकी बुआ ने मीठी-मीठी बातें करके उन्हें कतर जाने के लिए राजी कर लिया. 

एयरपोर्ट पर ड्रग्स के साथ पकड़ा गया कपल
इस पति-पत्नी को ये बैग बेंगलुरु में दिया गया था और वहीं से इन दोनों ने कतर की राजधानी दोहा के लिए फ्लाइट पकड़ी थी. लेकिन जब ये दोनों एयरपोर्ट पर उतरे तो इनके बैग से 4 किलोग्राम हशीश मिली जो एक प्रतिबंधित ड्रग्स है. इसके बाद इन दोनों को सीधे जेल में डाल दिया गया और कतर की एक अदालत ने दोनों को 10 वर्ष की सजा सुना दी और दोनों पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. इसी बीच इस साल मार्च के महीने में ओनिबा ने एक बच्ची को जन्म दिया और अब इस बच्ची की परवरिश भी जेल में ही हो रही है.

जब मोहम्मद शरीक के परिवार को इन दोनों की गिरफ्तारी का पता चला तो मोहम्मद के पिता कतर पहुंचे और अपने बेटे को बचाने की कोशिशों में जुट गए. इसके लिए उन्हें एक वकील भी हायर करना पड़ा और इस कानूनी लड़ाई में उनकी सारी जमा-पूंजी खर्च हो गई. इसके बाद ओनिबा के पिता ने इस मामले में भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB से इस मामले में मदद मांगी और उन्हें चिट्ठी लिखकर बताया कि कैसे उनके बच्चों को फंसाया गया है. NCB ने इस मामले की जांच की तो पता चला मोहम्मद शरीक की जिस बुआ ने उन्हें और उनकी पत्नी को हनीमून ट्रिप पर भेजा था वो एक ड्रग पैडलर थी और निज़ाम कारा नाम के एक व्यक्ति के साथ मिलकर मिडिल ईस्ट में ड्रग्स की सप्लाई किया करती थी. तस्करी के लिए वह लोगों को मुफ्त विदेश यात्रा का लालच देकर उनके सामान में ड्रग्स छिपाकर भेजा करती थी. पिछले वर्ष सितंबर में जब इन दोनों ड्रग पैडलर्स को गिरफ्तार किया गया था, तब इनके पास से 13 ग्राम कोकीन भी बरामद की गई. फिलहाल एनसीबी कतर की सरकार के संपर्क में है और इस पति पत्नी को जेल से छुड़ाने की कोशिश की जा रही है.

भारत में 34 प्रतिशत आत्महत्याएं रिश्तों की वजह से
कुल मिलाकर फ्री में हनीमून यात्रा पर जाने का लालच, एक हंसते खेलते परिवार पर भारी पड़ गया और देखते ही देखते एक परिवार पूरी तरह से बिखर गया. हमारे परिवारों में रिश्तों को बहुत अहमियत दी जाती है और ज्यादातर लोग रिश्तेदारों पर आंख मूंदकर विश्वास भी कर लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में 34 प्रतिशत आत्महत्याएं इन्हीं रिश्तों की वजह से होती है. ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि, जिन रिश्तों को हम सबसे ऊपर मानते हैं वही रिश्ते कई बार आपकी खुशियां उजाड़ने का भी प्रयास करते हैं.

जो कहानी हमने आपको सुनाई वो एक ऐसे पीड़ित परिवार की है जिन्हें हमारे देश में अल्पसंख्यक का दर्जा हासिल है और हमारे देश में अक्सर कुछ लोग ये दुष्प्रचार करते हैं कि सरकार और एजेंसियां अल्पसंख्यकों की मदद नहीं करतीं. लेकिन ये खबर ऐसे लोगों की भी आंखे खोल सकती है जिन्हें ये वहम है कि भारत में अल्पसंख्यकों की सुनी नहीं जाती.

लालच के बहाने ड्रग तस्कर आपको बना सकते हैं अपना मोहरा
ये पति-पत्नी कतर की जेल में बंद हैं और इनके साथ एक छोटी सी बच्ची भी है. NCB की जांच में ये साबित हो चुका है कि कैसे इन दोनों को फंसाया गया था. इसलिए हम कतर की सरकार से भी अपील करना चाहते हैं कि वो इस मामले पर गौर करें. हर साल 18 दिसंबर को कतर में नेशनल डे मनाया जाता है. इस मौके पर कतर के शासक आमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी जेल में बंद लोगों को माफी देते हैं. हम कतर के आमीर शेख से अपील करना चाहते हैं कि वो अपने नेशनल डे मौके पर  भारत के इस पति-पत्नी को भी माफ कर दें और इन्हें देश वापस भेज दें ताकि एक परिवार टूटने से बच जाए.

अगर आप भी विदेश यात्रा पर जाते हैं तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि जो सामान आप अपने साथ ले जा रहे हैं वो उस देश में प्रतिबंधित न हो क्योंकि, नियमों का उल्लंघन करने पर आपको उस देश के कानूनों के मुताबिक सजा हो सकती है.

-उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति सऊदी अरब में ड्रग्स के साथ पकड़ा जाए तो उसे 2 साल से लेकर 10 साल तक की सजा हो सकती है और कुछ मामलों में वहां ड्रग्स तस्करी करने पर मौत की सजा भी हो सकती है.

-फ्रांस में ड्रग्स के साथ पकड़े जाने पर 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है और 7 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जाता है.

-ब्रिटेन में ड्रग्स तस्करी करने पर 7 वर्ष तक की सजा का प्रावधान है.

-जर्मनी में 5 साल की सजा और तुर्की में ड्रग्स की तस्करी करने वालों को 2 साल से लेकर 5 साल तक की सजा भी हो सकती है.

इसके साथ ही जिन पर ड्रग्स तस्करी के आरोप होते हैं, उन लोगों को इन देशों में प्रतिबंधित भी कर दिया जाता है. इसलिए जब भी कभी आप विदेश घूमने जाएं तो किसी भी प्रकार के लालच में न आएं और इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कहीं लालच के बहाने ड्रग तस्कर आपको अपना मोहरा तो नहीं बना रहे.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news