DNA with Sudhir Chaudhary: असम में बाढ़ से जूझ रहे 55 लाख लोगों के लिए खाद्यान्न का संकट, फिर बागी विधायकों पर लाखों खर्च क्यों?
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DNA with Sudhir Chaudhary: असम में बाढ़ से जूझ रहे 55 लाख लोगों के लिए खाद्यान्न का संकट, फिर बागी विधायकों पर लाखों खर्च क्यों?

DNA on Assam floods and Maharashtra Political Crisis: असम में इन दिनों आई हुई विनाशकारी बाढ़ (Assam Floods) से राज्य के 55 लाख लोग खाद्यान्न के लिए परेशान हैं. इसके बावजूद वहां पर महाराष्ट्र के बागी विधायकों के खाने-पीने और ठहरने पर रोजाना लाखों रुपये खर्च क्यों किए जा रहे हैं.  

 DNA with Sudhir Chaudhary: असम में बाढ़ से जूझ रहे 55 लाख लोगों के लिए खाद्यान्न का संकट, फिर बागी विधायकों पर लाखों खर्च क्यों?

DNA on Assam floods and Maharashtra Political Crisis: असम में इन दिनों आई हुई विनाशकारी बाढ़ (Assam Floods) से राज्य के 55 लाख लोग प्रभावित हैं. उसी दौर में गुवाहाटी के एक Five Star Hotel में रुके शिवसेना के बागी विधायकों पर हर दिन लाखों रुपये खर्च किए जा रहे.

गुवाहाटी के होटल में ठहरे हुए हैं बागी विधायक

ये सभी विधायक गुवाहाटी एयरपोर्ट के जिस होटेल में ठहरे हुए हैं, वो वहां के सबसे महंगे Hotels में से एक है. इस होटेल में एक कमरे का एक दिन का किराया लगभग 8 हजार रुपये है. इस समय शिवसेना के बागी विधायकों के लिए इस होटेल में 70 कमरे पूरे सात दिन के लिए बुक किए गए हैं. यानी इस हिसाब से 70 कमरों का एक दिन का खर्च हुआ, 5 लाख 60 हजार रुपये. क्योंकि ये सभी कमरे 7 दिन के लिए बुक किए गए हैं, इसलिए इस हिसाब से इन विधायकों के इस होटेल में रुकने का कुल खर्च हुआ, करीब 39 लाख 20 हजार रुपये.

भोजन पर रोजाना 10 लाख रुपये खर्च

इसके अलावा इन विधायकों की तरफ से इस होटेल में एक Banquet Hall भी बुक किया गया है, जिसका एक दिन का किराया लगभग दो लाख रुपये है. यानी सात दिन का किराया हुआ 14 लाख रुपये. इसके अलावा इन विधायकों को इस होटेल में सुबह का Breakfast, दिन का लंच और रात का डिनर भी दिया जा रहा है. इस पर हर दिन अलग से 8 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं. यानी इस तरह से इस पर भी 7 दिन में 56 लाख रुपये अलग से खर्च होंगे.

होटल में बाकी लोगों की बुकिंग बंद

अब अगर हम इन सारे खर्चों को मिला दें तो सात दिन का टोटल बिल होता है एक करोड़ 9 लाख 20 हजार रुपये. ये सिर्फ एक अनुमान है. हो सकता है कि असली खर्च इससे कहीं ज्यादा हो क्योंकि इस होटेल में कुल 100 कमरे हैं. जब से शिवसेना के बागी विधायक यहां आए हैं, तब से बाकी लोगों के लिए इस होटेल में बुकिंग बन्द कर दी गई है.

क्या बाढ़ पीड़ितों पर खर्च नहीं हो सकता पैसा?

अब दुर्भाग्य ये है कि जिस राज्य के एक होटेल में शिवसेना के बागी विधायकों पर इतना पैसा खर्च हो रहा है, उसी राज्य के 55 लाख लोग इस समय बाढ़ (Assam Floods) से संघर्ष कर रहे हैं. सरकार की ओर से इन लोगों को जो राहत पैकेट दिए जा रहे हैं, उसकी कीमत सिर्फ 100 रुपये है. हर पैकेट में दो किलो चूड़ा, आधा किलो गुड़, आधा किलो नमक, एक Biscuit का पैकेट और एक Halogen Light है. इस एक पैकेट की कीमत सिर्फ 100 रुपये के आसपास है. यानी जितने पैसे शिवसेना के बागी विधायकों को गुवाहाटी के होटेल में रोकने पर खर्च किए जा रहे हैं, उतने पैसों में ऐसे एक लाख 10 हजार पैकेट खरीदे जा सकते हैं. यानी एक लाख 10 हजार बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा सकती है.

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सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने दिया दिलचस्प बयान

उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने एक दिलचस्प बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर किसी राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से असम में पर्यटन बढ़ता है तो इससे किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने उद्धव ठाकरे से भी ये कहा कि उन्हें भी छुट्टियां मनाने के लिए असम जरूर आना चाहिए. यानी इस समय ऐसा लगता है कि जैसे गुवाहाटी मुम्बई का पड़ोसी शहर बन गया है.

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