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नई दिल्लीः सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पुलवामा में सुरक्षाबलों द्वारा आतंकी मसूद अजहर के भतीजे के मारे जाने पर कहा है कि आतंकियों के सफाए का अभियान जारी रहेगा. जनरल रावत ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता है कि मारा गया मसूद अजहर का भतीजा है या कोई और, सेना का मकसद आतंकियों का खात्मा करना है फिर चाहे वो कोई भी हो. आपको बता दें कि सोमवार दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें तीन आतंकी मारे गए. मारे गए आतंकियों में आतंकी जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का भतीजा अबू तल्हा रशीद भी था.
Doesn't matter if he is Masood Azhar's nephew or anyone else, we aim at neutralizing all terrorists no matter where they belong: Army Chief pic.twitter.com/Ky4JwG30ax
— ANI (@ANI) November 7, 2017
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एम4 राइफल भी बरामद की है. इस पर सेना प्रमुख ने कहा है कि, 'यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि आतंकियों को सीमा पार से समर्थन मिल रहा है.'
This makes it clear that terrorists are getting support from across the border: Army Chief on recovery of M4 rifle from #PulwamaEncounter pic.twitter.com/8jbiCD5Rqj
— ANI (@ANI) November 7, 2017
बता दें कि बीती रात पुलवामा के अगलार इलाके में भीषण मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और सेना का एक जवान भी शहीद हो गया. सुरक्षाबलों ने दो एके-47 राइफल के अलावा एम4 राइफल भी बरामद की, जिसका अफगानिस्तान और इराक में युद्ध में ज्यादातर अमेरिकी सेना इस्तेमाल करती है. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के भतीजे के मारे जाने के दावे की जांच के अलावा पुलिस इसकी भी जांच करेगी कि अमेरिका में निर्मित राइफल कश्मीर कैसे पहुंची.
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आपको बता दें कि जैश संस्थापक मौलाना मसूद अजहर उन तीन आतंकवादियों में से एक है जिसे वर्ष 1999 में काठमांडो से हाइजैक किए गए भारतीय विमान के यात्रियों के बदले में केंद्र सरकार ने रिहा किया था.