'सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन करती रहेगी कांग्रेस'
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'सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन करती रहेगी कांग्रेस'

वन रैंक वन पेंशन को लेकर एक भूतपूर्व सैनिक की कथित आत्महत्या के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शनों के बीच राहुल गांधी और शीर्ष कांग्रेस नेताओं को आज दो बार हिरासत में लिया गया जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले को लेकर माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने घोषणा की कि राहुल गांधी सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन करेंगे चाहे उन्हें कितनी ही बार हिरासत में क्यों न लिया जाए।

नई दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन को लेकर एक भूतपूर्व सैनिक की कथित आत्महत्या के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शनों के बीच राहुल गांधी और शीर्ष कांग्रेस नेताओं को आज दो बार हिरासत में लिया गया जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले को लेकर माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने घोषणा की कि राहुल गांधी सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन करेंगे चाहे उन्हें कितनी ही बार हिरासत में क्यों न लिया जाए।

नाराज राहुल ने पार्टी नेताओं के विरोध प्रदर्शनों के बीच अंतत: रात में रिहा किए जाने पर कहा, ‘कम से कम यह सरकार मृत सैनिक के परिवार से माफी तो मांग सकती है।’ कांग्रेस मुख्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आगाह किया कि यदि सरकार एक रैंक एक पेंशन को अक्षरश: तत्काल लागू नहीं करती है और वेतन आयोग की खामियों को दूर नहीं करती है तो चीजें कठिन हो जाएंगी। 

हरियाणा के भिवानी निवासी सूबेदार राम किशन ग्रेवाल (70) की आत्महत्या के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए एंटनी तथा पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मांग की कि प्रधानमंत्री को इस बारे में गुमराह करने के कारण देश और सशस्त्र बलों से माफी मांगनी चाहिए कि एक रैंक एक पेंशन को क्रियान्वित कर दिया गया है।

एंटनी ने कहा, ‘इस आत्महत्या के लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री सहित मोदी सरकार एक साल से कहती आ रही है कि एक रैंक एक पेंशन को पूरी तरह लागू कर दिया गया है, लेकिन अब तक उसने ऐसा किया नहीं गया है। उन्होंने संप्रग द्वारा क्रियान्वित एक रैंक एक पेंशन को हल्का कर दिया है।’

उन्होंने कहा, ‘सरकार को जल्द से जल्द एक रैंक एक पेंशन को अक्षरश: लागू करना चाहिए तथा वेतन आयोग की सभी खामियों को दूर किया जाना चाहिए, अन्यथा चीजें कठिन हो जाएंगी।’ एंटनी ने कहा कि यदि सबकुछ पूरी तरह लागू किया गया होता तो यह त्रासदी नहीं होती।

एंटनी ने कहा, ‘यदि सरकार सशस्त्र बलों के प्रति किसी तरह की कोई वफादारी रखती है तो यह विनम्र आग्रह है कि प्रधानमंत्री को कृपया इस बारे में गुमराह करने के कारण राष्ट्र और सैनिकों के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए कि एक रैंक एक पेंशन को क्रियान्वित कर दिया गया है। भारत के इतिहास में इस तरह की कार्रवाई के बारे में नहीं सुना गया।’ 

राहुल गांधी ने अपनी रिहाई के बाद कहा, ‘कम से कम सरकार को यह तो करना चाहिए कि वह मृत भूतपूर्व सैनिक के परिवार से माफी मांगे।’ उन्होंने कहा कि परिवार ने बलिदान किया है और उनके साथ जो उन्हें हिरासत में लिया जाना हुआ, वह गलत है। सुबह को आत्महत्या की खबर आते ही कांग्रेस ने तत्काल सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया और पार्टी नेता सड़कों पर उतर आए। राहुल गांधी शोक संतप्त परिवार से मिलने आरएमएल अस्पताल पहुंचे और संवेदना व्यक्त की। लेकिन उन्हें मंदिर मार्ग थाने में हिरासत में ले लिया गया। उन्हें फिर से तिलक मार्ग थाने में हिरासत में ले लिया गया और रात में रिहा कर दिया गया।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी इसी स्थिति का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने घोषणा की कि राहुल गांधी सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन करेंगे चाहे उन्हें कितनी ही बार हिरासत में क्यों न लिया जाए। सुरजेवाला ने कहा, ‘राहुल गांधी पर कोई असर नहीं पड़ता चाहे उन्हें कितनी ही बार जेल जाना पड़े। वह सैनिकों के कल्याण के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।’ 

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