जनसंख्या नियंत्रण पर साक्षी महाराज के विवादित बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया
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जनसंख्या नियंत्रण पर साक्षी महाराज के विवादित बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया

चुनाव आयोग ने भाजपा के सांसद साक्षी महाराज को जनसंख्या संबंधी उनकी कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसमे भाजपा सांसद ने कथित तौर पर कहा कि ‘चार पत्नियों और 40 बच्चों की बात करने वाले जनसंख्या की समस्या के लिए जिम्मेदार हैं।’ आयोग का कहना है कि साक्षी की यह टिप्पणी प्रथम दृष्ट्या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्हें कल सुबह तक यह बताने के लिए कहा गया है कि आखिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।

जनसंख्या नियंत्रण पर साक्षी महाराज के विवादित बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने भाजपा के सांसद साक्षी महाराज को जनसंख्या संबंधी उनकी कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसमे भाजपा सांसद ने कथित तौर पर कहा कि ‘चार पत्नियों और 40 बच्चों की बात करने वाले जनसंख्या की समस्या के लिए जिम्मेदार हैं।’ आयोग का कहना है कि साक्षी की यह टिप्पणी प्रथम दृष्ट्या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्हें कल सुबह तक यह बताने के लिए कहा गया है कि आखिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।

कल रात आयोग की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या उन्होंने चार जनवरी से लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। यह आचार संहिता उत्तरप्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद लागू की गई है।

नोटिस में कहा गया कि उनकी टिप्पणियों ‘में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने का प्रभाव है।’ पिछले सप्ताह संत सम्मेलन में बोलते हुए साक्षी महाराज ने कहा था, ‘देश में समस्याएं खड़ी हो रही हैं जनसंख्या के कारण। उसके लिए हिंदू जिम्मेदार नहीं हैं। जिम्मेदार तो वो हैं जो चार बीवियों और चालीस बच्चों की बातें करते हैं।’ उन्होंने यह भी कहा था कि पशुओं को मारकर जो धन कमाया जा रहा है, उसका इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण में किया जा रहा है।

भाजपा के इस सांसद का यह बयान तब आया है, जब कुछ ही दिन पहले उच्चतम न्यायालय यह फैसला सुना चुका है कि राजनीतिक दल और उम्मीदवार धर्म या जाति के आधार पर वोट नहीं मांग सकते। ज्ञात हो कि 11 फरवरी को उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का पहला चरण होगा।

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