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नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है. इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken) ने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर (S Jaishankar) से बात की और अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम को लेकर चर्चा की. इस दौरान एस जयशंकर ने काबुल एयरपोर्ट को फिर से चालू करने पर भी बात की.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken) के बीच अफगानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा की. इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'एंटनी ब्लिंकेन के साथ अफगानिस्तान की हालिया घटनाओं पर चर्चा की. काबुल में हवाई अड्डे के संचालन को बहाल करने की तात्कालिकता को रेखांकित किया. मैं इस संबंध में चल रहे अमेरिकी प्रयासों की गहराई से सराहना करता हूं.'
Discussed latest developments in Afghanistan with @SecBlinken. Underlined the urgency of restoring airport operations in Kabul. Deeply appreciate the American efforts underway in this regard.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 16, 2021
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भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (S Jaishankar) ने बताया कि वह लगातार अफगानिस्तान में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा, 'काबुल (अफगानिस्तान) में स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. भारत लौटने के इच्छुक लोगों की चिंता को समझना होगा. एयरपोर्ट संचालन सबसे बड़ी चुनौती है. इस संबंध में भागीदारों के साथ चर्चा की जा रही है.'
Monitoring the situation in Kabul (Afghanistan) continuously. Understand the anxiety of those seeking to return to India. Airport operations are the main challenge. Discussions on with partners in that regard: External Affairs Minister Dr S Jaishankar
(File pic) pic.twitter.com/VMCaFip2nt
— ANI (@ANI) August 16, 2021
तालिबान भरोसा दिला रहा है कि काबुल में मौजूद राजनयिकों को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन तालिबान का टेरर किस कदर लोगों के दिलो-दिमाग पर हावी है, इसकी बानगी काबुल के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर देखने को मिली. काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल दिख रहा है और एयरपोर्ट पर मौजूद ये भीड़ जल्द से जल्द अफगानिस्तान छोड़ देने को लेकर बेचैन दिख रही है. वहीं NATO देशों ने फैसला लिया है कि काबुल पर सभी कमर्शियल उड़ाने निलंबित रहेंगी और काबुल एयरपोर्ट का इस्तेमाल अब सिर्फ मिलिट्री के लिए होगा.
अफगानिस्तान (Afghanistan) को लेकर पूरी दुनिया को जिस बात का डर कई दिनों से था, वो डर आखिरकार रविवार को सच साबित हुआ. काबुल पर कब्जे के साथ ही अफगानिस्तान में 20 साल बाद तालिबान का फिर से राज हो गया. तालिबान रिटर्न्स (Taliban Returns) के कारण काबुल समेत पूरे अफगानिस्तान में त्राहिमाम की स्थिति है और लोग किसी भी स्थिति में वहां से निकलना चहाते हैं.
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