लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान सोशल मीडिया (Social Media) पर तमाम अफवाहें फैल रही हैं. इससे शासन-प्रशासन के सामने खड़ी होती चुनौती को देखते हुए भारत सरकार का पत्र सूचना कार्यालय (PIB) फेक न्यूज (Fake News) के खिलाफ मुहिम चला रहा है.
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नई दिल्ली: लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान सोशल मीडिया (Social Media) पर तमाम अफवाहें फैल रही हैं. इससे शासन-प्रशासन के सामने खड़ी होती चुनौती को देखते हुए भारत सरकार का पत्र सूचना कार्यालय (PIB) फेक न्यूज (Fake News) के खिलाफ मुहिम चला रहा है. हर दिन पीआईबी झूठी खबरों का भंडाफोड़ करता है. पीआईबी ने बुधवार को दो सूचनाओं की सत्यता परखी.
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वायरल होती एक सूचना सही निकली और दूसरी गलत. पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने झारखंड के एक न्यूज पोर्टल से फैल रही उस अफवाह का भंडाफोड़ किया, जिसमें दावा किया गया है कि जयपुर के ट्रांसपोर्टनगर में एक साधु की चिलम (स्मोकिंग पाइप) की वजह से 300 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो गए. जयपुर के जिलाधिकारी कार्यालय ने पीआईबी को बताया कि ऐसी कोई घटना नहीं घटी और यह खबर झूठी है.
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 28, 2020
पीआईबी ने केंद्रीय श्रम मंत्रालय से जुड़ी वायरल होती एक सूचना की भी सत्यता परखी. यह सूचना सही मिली. दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल होती पोस्ट में कहा गया है कि केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने सभी मुख्य सचिवों से अनुरोध किया है कि वे कोविड-19 के कारण नियोक्ताओं को वेतन न काटने या कम न करने की सलाह दें. पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने इस तथ्य की पुष्टि की.