किसान आंदोलन को लेकर ग्लोबल प्रोपेगेंडा पर कुछ किसान नेताओं ने ये भी कहा कि वो रिआना और ग्रेटा थनबर्ग को नहीं जानते और उनका इन लोगों से कोई लेना-देना नहींं है.
Trending Photos
नई दिल्ली: किसान आंदोलन (Farmers Protest) पर ग्लोबल प्रोपेगेंडा (Global Propaganda) और भारत को बदनाम करने की साजिश पर गाजीपुर में बैठे किसान नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. किसान नेताओं ने कहा कि वह किसी भी तरह से देश को क्षति पहुंचाने के खिलाफ हैं. किसान देश को सर्वपरि रखता है.
हालांकि किसान नेताओं ने ये भी कहा कि अगर कोई नेता के बारे में कोई लिखता है तो वो सही है. लेकिन किसानों के समर्थन में होता है तो गलत है. फिर भी हमारे लिए देश सबसे ऊपर है.
किसान आंदोलन (Farmers Protest) में शामिल कुछ किसान नेताओं ने ये भी कहा कि वो रिआना (Rihanna) और ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) को नहीं जानते, हमें उनसे क्या क्या लेना. एक किसान नेता ने कहा कि सरकार की नींद खुल नही रही है. सरकार को देखना चाहिए कि अगर वह इस मसले को सुलझा लेती, तो विदेशी लोगों को मौका नहीं मिलता. ऐसा लगता है कि भारत में लोकतंत्र खत्म हो चुका है. लेकिन हम इस बात की निंदा करते हैं.
बता दें कि कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा (Republic Day violence) के बाद से पुलिस ने सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी थी और कई लेयर की बैरिकेडिंग, कंटीले तार के साथ नुकीली कीलें भी लगा दींं. किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है. किसानों की बढ़ती तादाद और गणतंत्र दिवस परेड के बाद बने हालातों को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है.
इस बीच दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर नुकीली कीलें लगाई गईं. ये कीलें हटाने की खबर वायरल हो रही है. इस पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा है कि गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर किसानों को रोकने के लिए लगाई गई नुकीली कीलों को हटाया नहीं गया है बल्कि री-पोजिशनिंग की है.