Jammu Kashir News: 2024 की वार्षिक अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो चुका हैं. भगवान भोलेनाथ के बाबा बर्फानी स्वरूप के दर्शनों के लिए दरबार सच चुका है. इस बार एक लाख सुरक्षाबलों ने भोले के भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाला है.
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Amarnath Barfani Baba Darshan: 2024 की वार्षिक अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो चुका हैं. 52 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बालटाल और पहलगाम दोनों रूट से रवाना हो चुका है. श्रद्धालुओं के पहले जत्थे का जगह-जगह स्वागत हो रहा है. पहले दिन एक हज़ार लोगों को टोकन मिले. इस तरह आज बाबा बर्फानी के प्रथम दर्शन होंगे. दोनों रूट पर त्रि स्तरीय सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
भगवान भोलेनाथ के बाबा बर्फानी स्वरूप के दर्शनों के लिए दरबार सच चुका है. इस बार एक लाख सुरक्षाबलों ने भोले के भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाला है. जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं.
पहला जत्था रवाना
वर्ष 2024 की अमरनाथ यात्रा 29 जून शनिवार से नुवान पहलगाम और बालटाल से भोले के दरबार के लिए पैदल यात्रा शुरू की है. पहलगाम के नुवान बेस कैंप से करीब 3000 यात्रियों का पहला जत्था बाबा की गुफा के लिए रवाना हो गया है. हजारों भक्त बाबा बर्फानी के दरबार की ओर प्रस्थान कर चुके हैं. पहला बैच बालटाल से भी रवाना हो गया है. दोनों रूट से टोटल 14000 लोग रवाना हुए हैं. अब तक 75000 से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
#WATCH | J&K: A large number of pilgrims leave from Nunwan base camp in Pahalgam for Holy Amarnath cave. pic.twitter.com/1IiE9MIx0A
— ANI (@ANI) June 29, 2024
बाबा बर्फानी का दर्शन करने जाने के लिए दो रास्ते हैं. दोनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. दक्षिण कश्मीर के हिमालय की पहाड़ियों में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा की गुफा यानी मंदिर की 52 दिन की यात्रा दोनों मार्गों से होगी. सुरक्षा व्यस्था का अधिकांश जिम्मेदारी तो CRPF और Jammu Kashmir Police के पास है. जम्मू से लेकर कश्मीर फिर अनंतनाग ने पवित्र गुफा और अनंतनाग से बालटाल तक भारी फोर्स तैनात है.
#WATCH | J&K: A large number of pilgrims en route from Baltal to Holy Amarnath cave. pic.twitter.com/u9hdwn7c95
— ANI (@ANI) June 29, 2024
40000 अतिरिक्त जवान
जम्मू से पवित्र गुफा तक CCTV का जाल बिछाया गया है. हर हरकत पर कंट्रोल रूम में नजर रखी जा रही है. पुलिस, सीआरपीएफ, सेना, बीएसएफ और एसएबीसी ने मिलाकर कॉर्डिनेटेड सुरक्षा इंतजाम किए हैं. जिसमें जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक दोनो रास्तों पर कड़े सुरक्षा के प्रबंध किये गए है. दिन-रात लगातार गश्त हो रही है. लक्ष्य बस एक ही है कि यात्रा सुगम और सुरक्षित चले. केंद्र सरकार ने अमरनाथ यात्रा के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए CRPF के 40,000 अतरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है.
मौसम की चुनौतियों से निपटने की तैयारी
मौसम को देखते सुरक्षाबलों और प्रशसन ने भी यात्रा के दौरान किसी आपातकाल सिथिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है. डिजास्टर मैनेजमेंट, SDRF, NDRF की दर्जनों टीमों के यात्रा के दोनों रास्तों पर तैनात किया गया है.
एडवांस टेकनीक से रियल टाइम ट्रैकिंग
यात्रा को सुरक्षित और सरल करने के लिए नवीनतम तकनीकों और उपकरणों का उपयोग किया किया जा रहा है. टेक्नॉलजी बहुत अहम भूमिका निभा रही है. इसलिए टेक्नोलॉजी को भी अपग्रेड किया है. जिसमें RFID (रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफ़िकेशन) गाड़ियों के ऊपर लगी है. जितने भी यात्री आएंगे उनकी टैगिंग होगी. जिससे यात्रियों की रियल टाइम पोजिशन (चौबीसों घंटे) पता रहेगी. इसके साथ ही CCTV कैमरों का इस्तमाल किया जा रहा है. ये IP बेस्ड कैमरे हैं जिसे लाइव फीड ली जा सकेगी.
लंगर के जबरदस्त इंतजाम
भगवान भोलेनाथ की गुफा के पारंपरिक रास्ते पर लगे बेस कैंप में यात्रियों की रहने और खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है. बेस कैम्प से गुफा तक क़रीब 130 लंगर लगाये गए हैं. आज प्रथम दर्शन से पहले सुरक्षा और यात्रियों कि सुखमय यात्रा के लिए बेस कैंप में भी प्रथम पूजा और आरती की गई.