मिली जानकारी के मुताबिक, भट्ट समेत आठ आरोपियों को 1996 के ड्रग प्लांटिंग (NDPS) मामले में गिरफ्तार किया गया है.
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गांधीनगर: 22 साल पुराने ड्रग प्लांटिंग मामले में पूर्व IPS अधिकारी संजीव भट्ट को गिरफ्तार कर लिया गया है. भट्ट को बुधवार को गुजरात सीआईडी ने गांधीनगर से गिरफ्तार किया. मिली जानकारी के मुताबिक, भट्ट समेत आठ आरोपियों को 1996 के ड्रग प्लांटिंग (NDPS) मामले में गिरफ्तार किया गया है. सीआईडी के DG आशीष भाटिया ने बताया कि बुधवार सुबह भट्ट के अलावा सात अन्य आरोपियों जिनमें बनासकाठा के कुछ पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. इसके बाद दोपहर करीब 12:30 बाजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. सभी आरोपियों को आगे की पूछताछ के लिए राजस्थान ले जाया जा रहा है.
क्या है 1996 ड्रग प्लांटिंग मामला
आपको बता दें कि 1996 में भट्ट बनासकाठा जिले के पुलिस अधीक्षक थे. उस समय भट्ट की अगुवाई में बनासकाठा पुलिस ने राजस्थान के एक वकील समरसिंग राजपुरोहित को 1 किलो ड्रग रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, बनासकाठा जिले के पालनपुर के जिस होटल के कमरे में राजपुरोहित ठहरे थे वहां से एक किलो ड्रग बरामद मिला.
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उधर, राजस्थान पुलिस ने बनासकाठा पुलिस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि राजपुरोहित को झूठे केस में फंसाया गया. राजस्थान पुलिस ने बनासकाठा पुलिस पर वकील को पाली स्थित उनके घर से कथित तौर पर अगवा करने का आरोप भी लगाया था.
इसके बाद राजपुरोहित ने मामले की सुनवाई के लिए गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. मामले की सुनवाई करते हुए जून में हाईकोर्ट ने केस गुजरात सीआईडी को सौंप दिया और तीन महीने के भीतर जांच पूरी करने का आदेश दिया.
कुछ और गिरफ्तारियां संभव
सीआईडी ने बताया कि इसी कड़ी में पूछताछ के लिए सीआईडी ने भट्ट समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. आपको बता दें कि कार्यालय से अनधिकृत अनुपस्थिति के मामले में भट्ट को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अगस्त 2015 में बर्खास्त कर दिया था.