क्या वापस होगा इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू करने का फैसला? कोरोना के नए वैरिएंट का खौफ
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क्या वापस होगा इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू करने का फैसला? कोरोना के नए वैरिएंट का खौफ

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में ‘ओमीक्रोन’ के मद्देनजर ग्लोबल सिचुएशन की समीक्षा की गई और बचाव के उपायों व इन्हें और मजबूत करने पर चर्चा की गई. 

 

फाइल फोटो साभार: IANS

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ‘ओमीक्रोन’ (New Coronavirus Variant) ने चिंता बढ़ा दी है. इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स को फिर से शुरू करने के निर्णय की समीक्षा करने का फैसला किया है. अगर फ्लाइट्स शुरू होती भी हैं तो विदेश से आने वाले यात्रियों, खासकर ‘रिस्क’ श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले लोगों की कोरोना जांच और निगरानी करने से संबंधी एसओपी पर भी नए सिरे से चर्चा हुई है. 

  1. कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से दहशत
  2. इंटरनेशन फ्लाइट्स शुरू करने के फैसले की होगी समीक्षा
  3. बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए एसओपी पर भी चर्चा

20 महीने से बंद चल रही हैं इंटरनेशनल फ्लाइट्स

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में इस बारे में निर्णय लिए गए. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा कोरोना वायरस के नए चिंताजनक स्वरूप 'ओमीक्रोन' के चलते की गई उच्चस्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद हुई. बीस महीने से ज्यादा समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा.

ग्लोबल सिचुएशन पर नजर

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में ‘ओमीक्रोन’ के मद्देनजर ग्लोबल सिचुएशन की समीक्षा की गई और बचाव के उपायों व इन्हें और मजबूत करने पर चर्चा की गई. प्रवक्ता ने कहा कि सरकार आज के वैश्विक हालातों के आधार पर कमर्शियल इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस को फिर से शुरू करने के फैसले की समीक्षा करेगी. सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि वायरस के स्वरूपों की जीनोमिक निगरानी को और मजबूत किया जाएगा व हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच प्रोटोकॉल की सख्त निगरानी के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा.

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देश के हालातों पर भी चर्चा

प्रवक्ता ने कहा, उन्होंने कहा कि देश के भीतर महामारी की उभरती स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाएगी. बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन, स्वास्थ्य-नागरिक उड्डयन और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित तमाम विशेषज्ञ शामिल हुए.

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