'मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त दी और मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त मानी': नितिन पटेल का हार्दिक और कांग्रेस पर हमला
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'मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त दी और मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त मानी': नितिन पटेल का हार्दिक और कांग्रेस पर हमला

इससे पहले पाटीदार अमानत संघर्ष समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि उनकी आरक्षण को मांगों को कांग्रेस ने मान लिया है. 

नितिन पटेल गुजरात के उपमुख्‍यमंत्री हैं.(फोटो: ANI)

अहमदाबाद: हार्दिक पटेल ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने उनकी आरक्षण की मांग मान ली है. इस आधार पर उन्‍होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही. इसका जवाब देते हुए गुजरात के डिप्‍टी सीएम और वरिष्‍ठ बीजेपी नेता नितिन पटेल ने हार्दिक पटेल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त दी और मूर्ख ने दरख्‍वास्‍त मानी, और दूसरे को मूर्ख बोलते हैं. इसके साथ ही उन्‍होंने पाटीदार समाज को हार्दिक पटेल से सावधान रहने की बात कही. उन्‍होंने कहा कि हार्दिक अपने आप को बेकसूर साबित करना चाहते हैं.   

  1. हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को परोक्ष समर्थन देने की बात कही
  2. हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस ने उनके आरक्षण की मांग मानी
  3. डिप्‍टी सीएम नितिन पटेल ने पाटीदार समाज को हार्दिक से बचने की सलाह दी

इससे पहले पाटीदार अमानत संघर्ष समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि उनकी आरक्षण को मांगों को कांग्रेस ने मान लिया है. सत्‍ता में आते ही आरक्षण पर कांग्रेस प्रस्‍ताव लाएगी. इसके साथ ही कहा कि वर्गों को जरूरत से ज्‍यादा आरक्षण दिया गया है. ऐसे में सर्वे करने के बाद जिन लोगों को आरक्षण की जरूरत है, केवल उनको ही ये मिले. हमारी मांगें गुजरात के हित में हैं. पाटीदार समाज को शिक्षा, रोजगार चाहिए. पाटीदारों को प्रावधानों के मुता‍बिक तय 50 प्रतिशत से ज्‍यादा आरक्षण दिया जा सकता है. कांग्रेस से कोई रिश्‍तेदारी नहीं लेकिन उसने आरक्षण पर हमारी मांगें मानीं. कांग्रेस से हमने टिकट नहीं मांगा है, हमें आरक्षण चाहिए. 

इसके साथ ही बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमारे उम्‍मीदवारों को खरीदने की कोशिश कर रही है. उसने 200 करोड़ रुपये खर्चकर निर्दलीय उम्‍मीदवारों को मैदान में उतारा है. पास में फूट के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके संगठन में कोई विवाद जैसी बात नहीं है. हमारी बीजेपी के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं है लेकिन उसके खिलाफ लड़ाई लड़नी जरूरी है.

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मैं गुजरात का एजेंट हूं
कांग्रेस के एजेंट बनने के आरोपों पर बोलते हुए हार्दिक पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि मैं गुजरात का एजेंट हूं. मैं न कांग्रेस में हूं और ना ही अगले ढाई साल तक किसी पार्टी में जाने वाला हूं. हालांकि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को खुले तौर पर समर्थन की बात नहीं की लेकिन बीजेपी के खिलाफ मुखर लड़ाई की बात कही. कांग्रेस के बारे में बोलते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि हमने उसके साथ कोई सौदेबाजी नहीं की है. उन्‍होंने आरक्षण की हमारी मांगों को माना है. इसके विपरीत बीजेपी ने हमारे स्‍वामिभान पर हमला बोला है. इसके साथ ही हार्दिक ने स्‍पष्‍ट कर दिया कि वे किसी भी पार्टी के बैनर तले प्रचार नहीं करेंगे. 

आरक्षण का फॉर्मूला
हार्दिक ने कहा कि मैं किसी पार्टी के बैनर के तले प्रचार नहीं करूंगा. इसके साथ ही कांग्रेस-पास के बीच आरक्षण फॉर्मूले पर बोलते हुए कहा कि सेक्‍शन 31 और सेक्‍शन 46 के प्रावधानों के तहत पाटीदारों को आरक्षण देने पर कांग्रेस सहमत हो गई है. हार्दिक ने कहा कि कांग्रेस जब सत्‍ता में आएगी तो इस आशय का बिल लाएगी. 

कांग्रेस का समर्थन
हार्दिक पटेल ने कहा कि हमने कभी लोगों से कांग्रेस को समर्थन देने को नहीं कहा, लेकिन वे हमारे हितों की बात कह रहे हैं तो यह तय करने का काम हम जनता पर छोड़ते हैं. कांग्रेस अपने घोषणापत्र में विस्‍तार से इस फॉर्मूले को पेश करेगी.

हार्दिक के कांग्रेस के परोक्ष समर्थन की बात ऐसे वक्‍त पर आई है जब पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) और कांग्रेस के बीच जारी तनाव के बीच पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने मंगलवार (21 नवंबर) को दावा किया था कि उनके संगठन ने कभी सीट की मांग नहीं की. हार्दिक ने कहा कि 'भाजपा और कांग्रेस एक जैसी हैं.' वर्ष 2015 में हुए पटेल आरक्षण आंदोलन के संदर्भ में हार्दिक ने कहा कि महज तीन, चार टिकटों के लिए वह पाटीदार समुदाय के शहीदों के बलिदानों को नहीं भूलेंगे. 

धोलका तालुका में त्रानसद गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए हार्दिक ने कहा, 'बस एक बात याद रखिए, हमें उन लोगों को समाप्त करना है जिन्होंने हम पर अत्याचार किए. मैं यह नहीं कहूंगा कि आपको किसे वोट देना है, किसे नहीं. भाजपा और कांग्रेस एक सी हैं. उनके लिए लोगों का कोई मूल्य नहीं है. मतदान करते वक्त अपनी बुद्धिमता का इस्तेमाल कीजिए और उस व्यक्ति को वोट दीजिए जो आपको न्याय दिलाने का भरोसा दिलाता हो.'

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