कमला हैरिस US की उपराष्ट्रपति बन सकती हैं, तो सोनिया भी भारत की PM बन सकती थीं: आठवले
Advertisement
trendingNow1993952

कमला हैरिस US की उपराष्ट्रपति बन सकती हैं, तो सोनिया भी भारत की PM बन सकती थीं: आठवले

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'जब अमेरिका में कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है तो सोनिया गांधी को भी भारत का प्रधानमंत्री बनाना चाहिए था.'

कमला हैरिस US की उपराष्ट्रपति बन सकती हैं, तो सोनिया भी भारत की PM बन सकती थीं: आठवले

इंदौर: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के विदेशी मूल के मुद्दे को वर्ष 2004 के लोक सभा चुनावों के संदर्भ में बेमानी करार देते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने शनिवार को कहा कि अगर भारतवंशी कमला हैरिस (Kamala Harris) अमेरिका की उपराष्ट्रपति बन सकती हैं, तो इटली में जन्मीं सोनिया गांधी भी 17 साल पहले आम चुनावों में कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की जीत के बाद भारत की प्रधानमंत्री बन सकती थीं.

  1. केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की प्रेस कॉन्फ्रेंस
  2. 2004 में सोनिया को बनाना चाहिए था PM: आठवले
  3. 'कैप्टन अमरिंदर को ज्वाइन कर लेनी चाहिए BJP'

'2004 में सोनिया को बनना चाहिए था PM'

केंद्रीय मंत्री ने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अमेरिका की यात्रा पर हैं और उन्होंने वहां हैरिस के साथ बैठक भी की है. आठवले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'जब 2004 के चुनावों में संप्रग को बहुमत मिला था, तब मैंने प्रस्ताव रखा था कि सोनिया गांधी को भारत का प्रधानमंत्री बनना चाहिए. तब मेरा मत था कि उनके विदेशी मूल के मुद्दे का कोई अर्थ नहीं है. अगर कमला हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति बन सकती हैं, तो भारत की नागरिक, राजीव गांधी की पत्नी और लोक सभा के लिए चुनी गईं सोनिया गांधी इस देश की प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकती थीं?'

ये भी पढ़ें:- PM मोदी ने बताई लोकतंत्र की ताकत, बोले- चाय बेचने वाले का बेटा UNGA को कर रहा संबोधित

'पवार PM बनते तो कांग्रेस की दुर्गति न होती'

आठवले ने कहा, '2004 में गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए था और अगर उन्हें यह पद स्वीकार नहीं करना था, तो कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी के तत्कालीन वरिष्ठ नेता शरद पवार (Sharad Pawar) को प्रधानमंत्री बनाया जाना चाहिए था. पवार जन नेता होने के कारण प्रधानमंत्री पद के लायक थे और कांग्रेस को मनमोहन सिंह के स्थान पर उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहिए था, लेकिन सोनिया गांधी ने ऐसा नहीं किया.' आठवले ने यह भी कहा कि अगर पवार 2004 में देश के प्रधानमंत्री बनते, तो कांग्रेस की ऐसी कथित दुर्गति नहीं होती, जैसी आज हो रही है.

ये भी पढ़ें:- रविवार को चमकने वाली है इन राशि के जातकों की किस्मत, खूब होगी कमाई

'कैप्टन को BJP में शामिल हो जाना चाहिए'

गौरतलब है कि पवार फिलहाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख हैं. राकांपा का गठन 25 मई, 1999 को पवार ने पीए संगमा और तारिक अनवर के साथ मिलकर किया था, जब इटली में जन्मीं सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस के नेतृत्व करने के अधिकार पर विवाद के कारण उन्हें कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था. केंद्रीय मंत्री ने हालिया सियासी घटनाक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को मजबूर होने वाले वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह से आह्वान किया कि कांग्रेस द्वारा उनके भारी अपमान के मद्देनजर उन्हें भाजपा या इसकी अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो जाना चाहिए. आठवले ने कहा, 'अगर सिंह भाजपा में आते हैं, तो पंजाब के आगामी विधान सभा चुनावों में भाजपा की स्थिति मजबूत हो जाएगी.'

LIVE TV

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news