चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि उन्हें कोरोना वैक्सीन लगवाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनके शरीर में एंडीबॉडी पहले से ही मौजूद है. बता दें कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी, जिसके बाद वो बीमार हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां कुछ दिन उनकी हालत गंभीर थी. इस बीच उनकी टिप्पणी कोविड-19 टीकाकरण अभियान का अगला चरण शुरू होने के बीच आयी है. इस अभियान में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड का टीका लगाया जाएगा.
अनिल विज ने कहा-सब लगवाएं कोरोना वैक्सीन
अनिल विज ने ट्विरर पर लिखा, 'आज आम जनता के लिए कोरोना वैक्सीन शुरू होने जा रही है. सब को नि:संकोच लगवानी चाहिए. उन्होंने लिखा, 'मैं तो नही लगवा पाऊंगा क्योंकि कोविड होने के बाद मेरी एंटीबाडी 300 बनी है जो बहुत ज्यादा है. शायद मैंने जो ट्रायल वैक्सीन लगवाई थी इसमें उसका भी योगदान हो. मुझे अभी वैक्सीन की जरूरत नही है. मंत्री ने पिछले साल नवंबर में स्वेच्छा से अंबाला के एक अस्पताल में भारत बायोटेक का टीका ‘कोवैक्सीन’ लगवाया था. उन्होंने कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी.
आज आम जनता के लिए कोरोना वैक्सीन शुरू होने जा रही है । सब को निस्संकोच लगवानी चाहिए । मैं तो नही लगवा पाऊंगा क्योंकि कोविड होने के बाद मेरी एंटीबाडी 300 बनी है जोकि बहुत ज्यादा है । शायद मैंने जो ट्रायल वैक्सीन लगवाई थी इसमे उसका भी योगदान हो । मुझे अभी वैक्सीन की जरूरत नही है ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) March 1, 2021
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पांच दिसंबर को हुए थे कोरोना संक्रमित
मानव शरीर में दूसरी खुराक लगाने के 14 दिन बाद ही एंटीबॉडी विकसित होती है. हालांकि टीका लगवाने के बाद अनिल विज पांच दिसंबर को कोरोना वायरस संक्रमित हो गये थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्होंने स्पष्ट किया था कि उन्होंने दो खुराक वाले कोवैक्सीन की बस पहली खुराक ली थी. इस बीच विज ने सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत की.