अटल बिहारी वाजपेयी की मौत की खबर आने के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है.
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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार (16 अगस्त) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली. उनकी मौत की खबर आने के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया. उन्होंने कहा कि देश ने विराट व्यक्तित्व आज खो दिया है. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी दलगत राजनीति से ऊपर थे.
This is a very sad moment for us that Atal ji is no more. Shortly his mortal remains will be taken to his residence where people can pay tribute to him: Home Minister Rajnath Singh #AtalBihariVaajpayee pic.twitter.com/iskqHlfcfS
— ANI (@ANI) August 16, 2018
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि उनके अंतिम दर्शन के लिए अरविंदो रोड और तुगलक मार्ग होते हुए उनके पार्थिव शरीर को 6 कृष्ण मेनन मार्ग पर ले जाया जाएगा.
एम्स के मुताबिक, दुर्भाग्यवश, उनकी स्थिति पिछले 36 घंटों में बिगड़ी और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया. हजारों कोशिशों के बावजूद आज हमने उन्हें खो दिया. एम्स ने कहा कि हम पूरे देश को हुई इस अपूरणीय क्षति एवं दुख में शरीक हैं.
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भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व शिखर पुरुष के रूप में दर्ज है. उनकी पहचान एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार व लेखक के रूप में है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा में पले-बढ़े अटल राजनीति में उदारवाद और समता एवं समानता के समर्थक माने जाते थे.
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आपको बता दें कि बुधवार (15 अगस्त) की रात को ही पूर्व पीएम की तबियत ज्यादा बिगड़ने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य केंद्रीय मंत्री और नेता उनका हालचाल जानने के लिए एम्स पहुंचे थे. उनके अलावा एम्स के बाहर वाजपेयी के समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा. गुर्दा नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण की शिकायत के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को बीते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था.