Trending Photos
नई दिल्ली: नवरात्रि के दौरान राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी जिले में नॉन वेज (Non Vej) की दुकानें बंद कराने के फैसले पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बाद नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. अब्दुल्ला ने कहा कि अगर दक्षिण दिल्ली के लिए बहुसंख्यकवाद सही है तो जम्मू-कश्मीर के लिए भी इसे सही होना चाहिए.
During Ramzan we don’t eat between sunrise & sunset. I suppose it’s OK if we ban every non-Muslim resident or tourist from eating in public, especially in the Muslim dominated areas. If majoritarianism is right for South Delhi, it has to be right for J&K. https://t.co/G5VQylmMvB
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) April 5, 2022
इस आदेश पर AIMIM के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने नाराजगी जताते हुए सीधे-सीधे पीएम मोदी को निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था कि इस फैसले की वजह से लोगों की इनकम को होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा? मांस अशुद्ध नहीं है, यह सिर्फ लहसुन या प्याज जैसा भोजन है.'
ये भी पढ़ें- 'नवरात्रि में मीट की दुकानें हों बंद', ओवैसी ने PM मोदी से पूछ लिया ये सवाल
हर साल नवरात्रि (Navratri) के दौरान देश के कई हिस्सों में मीट की दुकानें बंद (Meat Shop Closed) की जाती हैं. इसी सिलसिले में दक्षिणी दिल्ली के मेयर ने नवरात्रि के दौरान मीट बैन को लेकर जो आदेश जारी किया उस पर विवाद जारी है. मेयर मुकेश सूर्यान ने अपनी चिठ्ठी में लिखा, 'नवरात्रों के मद्देनजर हिंदू अपने देवी देवताओं की पूजा करते हैं, लेकिन कई जगह खुले में मांस बेचा जाता है. इससे भावनाएं आहत होती हैं. नवरात्रि के दौरान पूरी तरह लोग शाकाहार पर होते हैं और नॉनवेज, शराब के साथ ही कुछ खास मसालों से भी परहेज करते हैं. इस दौरान लोग प्याज और लहसुन भी नहीं खाते, ऐसे में मंदिरों के आसपास मीट की दुकानों से वो असहज हो सकते हैं. इसलिए 11 अप्रैल तक मांस की दुकानों को बंद करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं.'