Trending Photos
नई दिल्ली: हर साल नवरात्रि (Navratri) के दौरान देश के कई हिस्सों में मीट की दुकानें बंद (Meat Shop Closed) की जाती हैं. अब इसी सिलसिले में दक्षिणी दिल्ली के मेयर ने नवरात्रि के दौरान मीट बैन को लेकर आदेश जारी किया है. इसके लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर मेयर मुकेश सूर्यान ने निगमायुक्त ज्ञानेश भारती को एक चिठ्ठी लिख उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
महापौर ने चिठ्ठी में लिखा, 'नवरात्रों के मद्देनजर हिंदू अपने देवी देवताओं की पूजा करते हैं, लेकिन कई जगह खुले में मांस बेचा जाता है. इससे भावनाएं आहत होती हैं. नवरात्रि के दौरान पूरी तरह लोग शाकाहार पर होते हैं और नॉनवेज, शराब के साथ ही कुछ खास मसालों से भी परहेज करते हैं. इस दौरान लोग प्याज और लहसुन भी नहीं खाते, ऐसे में मंदिरों के आसपास मीट की दुकानों से वह असहज हो सकते हैं.' अब इसी बात को ध्यान में रखते हुए 11 अप्रैल तक मांस की दुकानों को बंद करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं.
ये भी पढ़ें- 'हलाल' मीट के विरोध से बिजनेस पर कितना पड़ा असर? मुस्लिम दुकानदारों ने किया बड़ा खुलासा
अब इसी सरकारी आदेश पर AIMIM के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने नाराजगी जताई है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'पीएम मोदी बड़े उद्योगपतियों के लिए ईजी ऑफ डूइंग बिजनेस का इंतजाम करते हैं. ऐसे में इस फैसले की वजह से लोगों की इनकम को होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा? मांस अशुद्ध नहीं है, यह सिर्फ लहसुन या प्याज जैसा भोजन है.'
Modi wants ease of doing business for big industrialists & ease of bigotry for ideological henchmen. Who will compensate for income loss? Meat is not impure, it’s just food like garlic or onion. Not just 99%. 100% of people have the choice to not buy meat if they don’t want to https://t.co/o5z3s7MOfN
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 4, 2022
सोशल मीडिया पर अब इस फैसले को लेकर लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.