घोष ने कहा, ‘पिछले पंचायत चुनावों में ममता बनर्जी की पार्टी ने हमें नोमिनेशन फाइल नहीं करने दिया था. टीएमसी ने वोट लूटकर जीत हासिल की थी. अब टीएमसी के नेता लोगों का गुस्सा देख छिप गए हैं. इन नेताओं से पंचायतों द्वारा किए गए खर्चों का हिसाब मांगे.’
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पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं को पेड़ से बांधने की बात कही है. रविवार को अपने समर्थकों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि टीएमसी के पंचायत सदस्य अगर सरकारी पैसे का हिसाब नहीं दे पाएं तो उन्हें पेड़ों से बांध देना चाहिए. दिलीप घोष ने कहा कि आप लोग पंचायत सदस्यों से सवाल करें और विकास के लिए उन्हें दिए गए पैसे का हिसाब नहीं देने पर उन्हें पेड़ों से बांध दें.
दरअसल, पूर्व बर्धमान के शक्तिगढ़ में बीजेपी नेता घोष पार्टी की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे. घोष ने टीएमसी पर आरोप लगाया और कहा कि टीएमसी के नेताओं ने पिछले 5 वर्षों में जनता के पैसे को लूटा है. उन्होंने कहा कि टीएमसी पंचायत सदस्यों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि जनता आने वाले समय में होने वाले स्थानीय चुनावों में उनके गलत कामों का बदला लेगी.
घोष ने कहा, ‘पिछले पंचायत चुनावों में ममता बनर्जी की पार्टी ने हमें नोमिनेशन फाइल नहीं करने दिया था. टीएमसी ने वोट लूटकर जीत हासिल की थी. अब टीएमसी के नेता लोगों का गुस्सा देख छिप गए हैं. इन नेताओं से पंचायतों द्वारा किए गए खर्चों का हिसाब मांगे.’
टीएमसी के नेताओं ने की लूट
उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने आपके पैसों से महल बनवाए, अपनी पत्नी, बेटी और दोस्तों को गिफ्ट में गहने दिए, उन्हें छोड़ना नहीं. उन्हें अपने गमछे से पेड़ में बांध दीजिए.’ हालांकि, घोष के इस बयान पर टीएमसी ने भी पलटवार किया. ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि घोष इस तरह के बयान इसलिए दे रहे हैं क्योंकि वो बीजेपी में खुद को साबित करना चाहते हैं.
टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा, ‘घोष को बंगाल बीजेपी के नेताओं ने दरकिनार कर दिया है. यही नहीं, बीजेपी सिर्फ आतंक, बाहुबल, धमकी और शारीरिक हमले की भाषा जानती है. डेमोक्रेसी को लेकर उनके मन में किसी प्रकार का सम्मान नहीं है.’
उन्होंने कहा कि टीएमसी की नीति भ्रष्टाचार को खत्म करने की है, न कि इसे बर्दाश्त करने की. उन्होंने कहा, ‘टीएमसी का कोई भी पंचायत सदस्य या नेता भ्रष्टाचार लिप्त मिलता है तो उसके खिलाफ पार्टी कार्रवाई करती है.’
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