कोरोना से प्राण जाए, इमरान की साजिश ना जाए?
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कोरोना से प्राण जाए, इमरान की साजिश ना जाए?

कोरोना से लड़ने की जंग की आड़ में पाकिस्तान ने कश्मीर पर डर्टी गेम खेलकर एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि कोरोना से प्राण जाए लेकिन इमरान की साजिश न जाए. 

फाइल फोटो.

नई दिल्ली: सार्क (SAARC) में शामिल सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की कोरोना वायरस (Corona Virus) के खिलाफ जंग के लिए उनका शुक्रिया अदा किया. ये दिखाता है किस तरह भारत कोरोना के खिलाफ जंग की अगुवाई कर रहा है और दुनिया के तमाम देश ग्लोबल लीडर मोदी की अगुवाई में कोरोना को जड़ से खत्म करने की मुहिम में जुट गए हैं. 

  1. कोरोना की आड़ में पाकिस्तान ने कश्मीर पर खेला डर्टी गेम
  2. कोरोना से प्राण जाए लेकिन इमरान की साजिश न जाए!
  3. सार्क की मीटिंग में खुद नहीं आए इमरान खान, स्वास्थ्य राज्य मंत्री को भेजा 
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लेकिन कोरोना से लड़ने की जंग की आड़ में पाकिस्तान ने कश्मीर पर डर्टी गेम खेलकर एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि कोरोना से प्राण जाए लेकिन इमरान की साजिश न जाए. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहले तो सार्क की मीटिंग में खुद नहीं आए. वहीं उनके स्वास्थ्य राज्य मंत्री जफर मिर्जा ने कोरोना की आड़ में कश्मीर का मुद्दा उठाकर दिखा दिया पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है. लेकिन भारत ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है.

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सार्क देशों की बैठक में नहीं आए इमरान
जो सुधर जाए वो पाकिस्तान कैसा. समस्या जितनी भी बड़ी हो, दुनिया किसी भी तरफ जाए लेकिन नापाक मुल्क पाकिस्तान को न जगह दिखती है न वजह दिखती है. उसे दिखता है तो बस अपना एजेंडा. कश्मीर पर भ्रम फैलाने, कश्मीर पर झूठ बोलने, कश्मीर पर भारत के खिलाफ जहर उगले का एजेंडा. जब कोरोना से लड़ने के लिए पीएम मोदी ने सार्क देशों की मीटिंग बुलाई तो इमरान खान ने ​एक बार फिर से साबि​त कर दिया कि न तो वो कोरोना वायरस से जंग लड़ने को लेकर सीरियस हैं न ही उन्हें सार्क देशों के साथ सहयोग करने की चिंता है. क्योंकि सार्क देशों के सभी राष्ट्राध्यक्ष इस वीडियो काफ्रेंसिंग की मीटिंग में पहुंचे लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इरमान खान नहीं पहुंचे. 

इमरान के मंत्री ने फिर अलापा कश्मीर का राग
इमरान खान खुद तो सार्क की मीटिंग में नहीं आए. भेज दिया अपने स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉक्टर ज़फर मिर्जा को और कोरोना पर तमाम बातें करने के बाद आखिरकार जफर मिर्जा उस एजेंडे पर आ ही गए जिसके लिए इमरान खान ने उनको यहां पर भेजा था. जफर ने कोरोना से लड़ाई की मीटिंग में भी कश्मीर का राग छेड़ दिया. 
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कोरोना वायरस को लेकर हुई सार्क देशों की बैठक में पाकिस्तान ने कश्मीर का ​मुद्दा उठा दिया. पाकिस्तान के स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉक्टर ज़फर मिर्जा कश्मीर में पाबंदियां हटाने की मांग करने लगे. साफ है पाकिस्तान को कोरोना से नहीं लड़ना कश्मीर की जंग लड़नी है.

भारत ने दिया पाकिस्तान को जवाब
सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के इस बयान पर भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने मानवीय मुद्दे के राजनीतिकरण की कोशिश की है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक भारत ने कहा कि पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ठीक से बोल भी नहीं पाए. ये अशिष्ट तरीका था ये मानवीय मुद्दा है. पाकिस्तान ने मानवीय मुद्दे की राजनीतिकरण करने की कोशिश की. नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली को एक दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली फिर भी वो इस बैठक में शामिल हुए. 

कोरोना को लेकर गंभीर नहीं पाकिस्तान
पाकिस्तान कोरोना से लड़ाई और अपने लोगों के लिए कितना गंभीर है उसे इस बात से समझा जा सकता है कि वो वुहान में फंसे अपने छात्रों को भी निकालने को तैयार नहीं था.

इमरान खान ने गंवाया मौका...
साफ है पाकिस्तान को न तो कोरोना से जंग लड़नी है न अपने नागरिकों को बचाना है उसे सिर्फ कश्मीर कश्मीर चिल्लाना है. इमरान खान के पास ये बड़ा मौका था कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने आते और दोनों देशों को बीच रिश्ते सुधरने की नींव तैयार करते. लेकिन इमरान खान ने ऐसा नहीं किया. कश्मीर का मामला उठाकर पाकिस्तान ने रही सही कसर भी पूरी कर दी है. पाकिस्तान के इस नापाक एजेंडे के बाद सार्क देशों के सामने भी पाकिस्तान की पोल एक बार फिर से खुल गई है.

(ब्यूरो रिपोर्ट, ज़ी मीडिया)

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