Independence Day: कभी पिछड़े देशों में गिना जाता था भारत, आज पूरी दुनिया दोस्ती करने को है बेताब
Advertisement
trendingNow11301454

Independence Day: कभी पिछड़े देशों में गिना जाता था भारत, आज पूरी दुनिया दोस्ती करने को है बेताब

Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी के बाद से भारत ने दुनिया को दिखाता आ रहा है कि विकास कैसे होता है. आइए आपको बताते हैं भारत की उन उपलब्धियों के बारे में, जिसने भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल दिया.

Independence Day: कभी पिछड़े देशों में गिना जाता था भारत, आज पूरी दुनिया दोस्ती करने को है बेताब

75 Years of India's Independence: देश की आजादी के बाद भारत की यात्रा एक प्रभावशाली विकास गाथा का महान उदाहरण बन गई है. यह यात्रा कृषि के क्षेत्र से लेकर परमाणु और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तक, सस्ती स्वास्थ्य देखभाल से लेकर विश्व स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों तक, आयुर्वेद से जैव प्रौद्योगिकी तक, विशाल इस्पात संयंत्रों से आईटी शक्ति बनने तक और दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट-अप हब होने तक भारत के विस्तार को बखूबी दर्शाती है. दूसरे देशों की नजर में कभी पिछड़े देशों में गिना जाने वाला भारत आज मजबूत और आत्मनिर्भर है. अब पूरी दुनिया भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रही है. आइए आपको बताते हैं आजादी के बाद से अब तक के विकासशील भारत के सफर के बारे में.

तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम

भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम ने 100 यूनिकॉर्न का एक नया मील का पत्थर हासिल किया है. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2021-2022 के अनुसार भारत को अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम घोषित किया गया है. देश के 653 जिलों में 74,400 स्टार्टअप हैं. भारतीय स्टार्टअप फूड डिलीवरी, ग्रॉसरी डिलीवरी, लॉजिस्टिक्स, बी2बी मार्केट्स, पेमेंट्स, फिनटेक, ब्यूटी एंड वेलनेस, और शिक्षा के अलावा अन्य डोमेन के लिए तकनीकी समाधान प्रदान कर रहे हैं.

वैक्सीनेशन में भारत का रिकॉर्ड

दुनिया के सभी देशों को बुरी तरह प्रभावित करने वाली कोरोना महामारी से भारत ने डटकर मुकाबला किया. देश में वैक्सीन के निर्माण से लेकर लोगों के वैक्सीनेशन तक में भारत ने पूरी दुनिया को सीख दी है.  कोरोना महामारी के खिलाफ देश में 16 जनवरी 2021 को वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद से 17 जुलाई 2022 तक भारत ने 200 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार किया है.

जीवन प्रत्याशा में सुधार

भारत ने औसत भारतीयों की जीवन प्रत्याशा में सुधार करने में महत्वपूर्ण सुधार किया है. 1947 में औसत भारतीयों की औसत जीवन प्रत्याशा लगभग 32 वर्ष थी. 2022 में यह 70 से अधिक वर्षों तक पहुंच गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भारत ने अपने लोगों के स्वास्थ्य परिणामों में जबरदस्त सुधार किया है.

आर्टिकल-370: देश विरोधी ताकतों को बड़ा संदेश

5 अगस्‍त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाया. इस फैसले के साथ ही भारत ने साबित कर दिया कि देश विरोधी ताकतों से कैसे लड़ा जाता है. इतना ही नहीं इस फैसले के बारे में यह भी कहा जाता है कि ये देश विरोधी ताकतों के लिए एक बड़ा संदेश था. इस अनुच्‍छेद के चलते जम्‍मू-कश्‍मीर का अलग झंडा हुआ करता था, अब वहां भी तिरंगा लहरा रहा है. अनुच्छेद-370 की आड़ में अलगाववादियों द्वारा स्‍थानीय लोगों को गुमराह करना बंद हो गया.

अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी

1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की गई. जिसने अंतरिक्ष अनुसंधान को एक नया जीवन दिया. 1975 में भारत ने अपना पहला अंतरिक्ष उपग्रह 'आर्यभट्ट' लॉन्च किया था. 1986 में, राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय बने और मेक इन इंडिया पहल आज सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी प्रौद्योगिकी-आधारित लॉन्च वाहनों का प्रोडक्शन करती है. भारत ने 2008 में PSLV-C9 के साथ 10 उपग्रहों को कक्षा में भेजकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. चंद्रमा पर चंद्रयान जैसे उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद भारत पहले प्रयास में मंगल पर पहुंचने वाला पहला देश बना.

श्वेत क्रांति

वर्गीज कुरियन ने भारत में 'श्वेत क्रांति' लाकर देश में सबसे बड़ा आत्मनिर्भर व्यवसाय और सबसे बड़ा ग्रामीण रोजगार क्षेत्र बनाया. डेयरी फार्मिंग अब सभी ग्रामीण राजस्व का एक तिहाई हिस्सा है. 13 जनवरी 1970 को शुरू किया गया ऑपरेशन फ्लड दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी विकास कार्यक्रम था. यह भारतीय राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की एक ऐतिहासिक परियोजना थी. श्वेत क्रांति की बदौलत भारत आत्मनिर्भर दूध उत्पादन वाला देश बन गया. श्वेत क्रांति सबसे बड़े ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में से एक थी.

हरित क्रांति

भारत में हरित क्रांति लाकर एमएस स्वामीनाथन ने देश की दिशा और दशा दोनों ही बदल दी. हरित क्रांति के परिणामस्वरूप खाद्यान्न (विशेषकर गेहूं और चावल) के उत्पादन में काफी वृद्धि हुई, जो विकासशील देशों में नए, उच्च उपज देने वाले किस्म के बीजों की शुरूआत के कारण हुई. 1967-68 से 1977-78 की अवधि में फैली हरित क्रांति ने भारत की स्थिति को खाद्य-कमी वाले देश से दुनिया के अग्रणी कृषि देशों में से एक में बदल दिया.

शक्तिशाली रक्षा चक्र

आजादी के बाद भारत ने अपनी रक्षा मजबूत की ताकि इतिहास खुद को न दोहराए. 1954 में परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम शुरू कर भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया. 1974 में भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण 'स्माइलिंग बुद्धा' किया. जिसने पांच परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सूची में अपना स्थान बनाया. यह 1947 के बाद से भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. आज भारत के पास दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति और सबसे बड़ी वॉलंटरी सेना है.

पोलियो उन्मूलन

1994 में भारत में दुनिया के पोलियो मामलों का 60% हिस्सा था. दो दशकों के भीतर भारत को 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन से 'पोलियो-मुक्त प्रमाण पत्र' मिला. पोलियो को रोकने के लिए सतर्क आंदोलन ने जीवन प्रत्याशा को 32 वर्ष (1947) से बढ़ाकर 68.89 वर्ष कर दिया. कुछ देश आज भी पोलियो से संघर्ष कर रहे हैं.

भारत इसलिए भी है खास

-भारत में एशिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है.

-स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग नेटवर्क चार महानगरों-नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई को जोड़ता है.

-विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं और बांधों ने देश में जल संपर्क में सुधार किया.

-भारत दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल बाजार बन गया है.

-भारत अब सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टार्टअप इकोसिस्टम है.

-भारत ने कोविड-19 के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया.

-भारत में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त 40 विरासत स्थल हैं.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news