प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) और वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुआन फुक (Nguyen Xuan Phuc) के बीच सोमवार को शिखर सम्मेलन होना है. कोरोना के चलते इस साल सम्मेलन को वर्चुअल रखा गया है.
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नई दिल्ली: भारत और वियतनाम (India-Vietam) के बीच एक दिवसीय वर्चुअल समिट (Virtual Summit) सोमवार को होगा. ये समिट प्रधानमंत्री मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुआन फुक (Nguyen Xuan Phuc) के बीच होगा. इस बात की जानकारी वियतनाम विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Thi Thu Hang ने दी है. ये सम्मेलन किसी ऐसिआन देश और भारत के बीच पहली बार हो रहा है.
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इससे पहले साल 2018 में प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने वियतनाम का दौरा किया था. इस दौरान भारत और वियतनाम (India- Vietnam) के बीच रिश्ते मजबूत हुए थे. इस दौरे में भारत और वियतनाम के बीच "Comprehensive strategic partnership" पर संधि हुई थी. ये संधि अब तक वियतनाम ने सिर्फ रशिया (Russia) और चीन (China) के साथ की है.
साल 2018 में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने वियतनाम का दौरा किया था. इसके बाद 2019 में उप राष्ट्रपति वैंकइया नायडू भी वियतनाम गए थे. 2018 में वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई (Tran Dai) और प्रधानमंत्री न्गुयेन शुआन फुक (Nguyen Xuan Phuc) भी भारत आए थे.
वियतनाम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) 8 देशों के साथ समिट में हिस्सा ले चुके हैं. इस से पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया (Australia), यूरोपियन यूनियन (EU), श्रीलंका (Sri Lanka), डेनमार्क (Denmark), इटली (Italy), लक्ज़मबर्ग (luxembourg), उज़्बेकिस्तान (Uzbekistan) और बांग्लादेश (Bangladesh) के साथ शिखर सम्मेलन किया है. भारत के लिए वियतनाम 'Act East Policy' के लिहाज से अहम देश है. इसके अलावा 'Indo-Pacific Ocean’s Initiative (IPOI)' में भी वियतनाम भारत के लिए महत्वपूर्ण साथी हैं. वियतनाम उन 11 देशों में से एक है जहां भारत ने डिफेंस कार्पोरेशन के चलते मोबाइल ट्रेनिंग टीम भेजी थीं.