कौन हैं IPS डी एस कुटे और आशीष सिंह, नवीन पटनायक के खास अफरों पर EC की गाज; एक दिल्ली अटैच, दूसरे की भुवनेश्वर एम्स में पेशी
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कौन हैं IPS डी एस कुटे और आशीष सिंह, नवीन पटनायक के खास अफरों पर EC की गाज; एक दिल्ली अटैच, दूसरे की भुवनेश्वर एम्स में पेशी

Odisha News: चुनाव आयोग (ECI) ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के दो खासमखास अफसरों पर गाज गिराते हुए एक को दिल्ली अटैच कर दिया वहीं दूसरे को आज भुवनेश्वर एम्स (AIIMS Bhubaneswar) में पेश होने को कहा है. क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं.

कौन हैं IPS डी एस कुटे और आशीष सिंह, नवीन पटनायक के खास अफरों पर EC की गाज; एक दिल्ली अटैच, दूसरे की भुवनेश्वर एम्स में पेशी

IPS D S Kutey IPS Ashish Singh: क्या कुछ पुलिस और प्रशानिक अधिकारी चुनावों के दौरान अपनी ड्यूटी सही से नहीं निभाते या वो सत्ताधारी दल के लिए काम करते हैं? ऐसे सवाल लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग से पहले एक बार फिर सुर्खियों में हैं. दरअसल केंद्रीय चुनाव आयोग (ECI) ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दो बेहद खास और करीबी अफसरों पर गाज गिराई है. चुनाव आयोग ने लोकसभा के साथ विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने के आरोपों में सीएम नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के विशेष सचिव डीएस कुटे को निलंबित कर दिया गया है.

एक दिल्ली तलब दूसरे की आज एम्स में पेशी

इसके साथ ही आयोग ने लंबे समय से मेडिकल लीव पर चल रहे पुलिस महानिरीक्षक (CM Security) आशीष कुमार सिंह को आज भुवनेश्वर एम्स में पेश होकर अपना मेडिकल चेकअप कराने का आदेश दिया है. ओडिशा में तैनात इन दोनों वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को सीएम का विश्वासपात्र अधिकारी माना जाता है. चुनाव आयोग की ये कार्रवाई मुख्य निर्वाचन अधिकारी ओडिशा द्वारा दी गई सूचना के आधार पर की गई, जिसमें संकेत दिया गया था कि दोनों अधिकारी सीधे तौर पर चुनाव कार्य के संचालन पर अनुचित’ प्रभाव डाल रहे थे.

बीजेपी ने लगाया था आरोप

ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को लिखे पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के रूप में काम कर रहे वर्ष 1997 बैच के IPS अफसर डीएस कुटे को चुनाव के संचालन में ‘हस्तक्षेप’ करने के आरोप में निलंबित किया जाए. इससे पहले ओडिशा बीजेपी (BJP) के कई नेताओं ने इन अधिकारियों समेत कुछ अफसरों पर अपनी ड्यूटी निभाने के बजाए सत्ताधारी बीजू जनता दल (BJD) का एजेंट बनकर काम करने का आरोप लगाया था. भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया  था कि कुट्टे बीजू जनता दल के चुनाव प्रबंधन में सीधे तौर पर शामिल थे.

पत्र में कहा गया है कि निलंबन अवधि के दौरान कुटे का मुख्यालय नयी दिल्ली स्थित ओडिशा के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में तय किया गया है, जहां उन्हें बुधवार को दोपहर तीन बजे तक रिपोर्ट करना है.

वहीं वर्तमान में आईजी (सीएम सुरक्षा) के रूप में कार्यरत वर्ष 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी आशीष सिंह चार मई से मेडिकल लीव पर हैं. पत्र में कहा गया कि सिंह को 30 मई 2024 से पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भुवनेश्वर के निदेशक द्वारा गठित एक विशेष चिकित्सा बोर्ड द्वारा विस्तृत और गहन मेडिकल चेकअप के लिए उपस्थित होना होगा.

डीएस कुटे और आशीष सिंह के बारे में आपको जानकारी दें तो 56 साल के आईपीएस डीएस कुटे के पिता का नाम संभाजी कुटे है. आईपीएस में चयन से पहले उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी, औरंगाबाद से ग्रेजुएशन किया था. वो वर्तमान में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) हैं. इससे पहले वो ओडिशा के परिवहन आयुक्त के पद पर तैनात थे. कुटे ओडिशा में आईजीपी और डीआइजीपी के पद पर काम कर चुके हैं. कुटे 2007 से 2011 तक जाजपुर के एसपी रहे. इसके पहले उनकी तैनाती राउरकेला में एसपी सिटी के पद पर थी. डीआइजी पुलिस (इंटेलिजेंस) के पद पर काम करने के दौरान सराहनीय सेवा के लिए 2013 में पुलिस मेडल ने नवाजा गया था.

वहीं आईपीएस आशीष सिंह को फरवरी 2019 में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी. उसके बाद से वह उनके साथ बने हुए हैं.

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