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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में अन्य राज्यों की मदद से छापेमारी कर 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक की गिरफ्तारी महाराष्ट्र, चार की यूपी और एक आतंकी की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है. इनमें से दो आतंकी पाकिस्तान मॉड्यूल के थे जो खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारों पर काम कर रहे थे. इनसे पूछताछ के दौरान जांच एजेंसियों के सामने कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
इन खुलासों को लेकर आईबी की ओर से जारी एक खुफिया रिपोर्ट सभी राज्यों के साथ साझा की गई है ताकि पुलिस अलर्ट रहे. इस रिपोर्ट में सामने आया कि आईएसआई बॉर्डर से सटे इलाकों में ड्रॉन की मदद से आईईडी और गोला-बारूद की तस्करी की साजिश रच रही है. साथ ही इसके लिए अंडरवर्ल्ड की मदद भी ली जा रही है और उन्हें फंड भी मिल रहा है.
भारत के युवाओं को भटकाकर उन्हें आतंकी बनाने में भी पाकिस्तानी एजेंसी का बड़ा हाथ है. आईएसआई उन्हें लॉजेस्टिक सपोर्ट मुहैया करा रही है और हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिर और धार्मिक आयोजन उनका मुख्य टारगेट हैं. इसके अलावा रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि RSS के नेता और भीड़-भाड़ वाले बड़े पुलों को भी निशाना बनाने की साजिश है.
भारत के एयरपोर्ट्स आईएसआई के सबसे प्रमुख निशानों में से एक हैं. आतंकी हवाई अड्डों को निशाना बनाकर एयर कनेक्टिविटी को बाधित करना चाहते हैं. इसके लिए सॉफ्टवेयर भी तैयार किया गया है और पेड ड्राइव की मदद से लोकल एटीसी के शख्स को इस साजिश में शामिल करने का प्लान है.
पाकिस्तान के इरादे नापाक नजर आते हैं क्योंकि वह आईएसआई के जरिए ब्लैक आउट की योजना भी बना रहा है, बिजली आपूर्ति को बाधित करने की साजिश का जिक्र भी इस खुफिया रिपोर्ट में किया गया है. पाकिस्तान में ट्रेंड आतंकियों को ऑर्डिनेंस फैक्टी, वेयर हाउस, टैक्सटाइल कंपनियों को निशाना बनाने के लिए भी तैयार किया गया है.
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इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया कि दक्षिणपंथी नेता, सेलिब्रिटी, पुलिस के जवान भी आईएसआई के रडार पर हैं. आईएसआई भारत में दंगे भड़काने की प्लानिंग भी कर रही है.
आईबी की इस रिपोर्ट के बाद पश्चिम बंगाल सरकार भी अलर्ट हो गई है. राज्य में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को अलर्ट कर दिया गया है साथ ही एटीसी समेत एयरपोर्ट्स पर काम करने वाले अन्य विभाग कर्मियों की डिटेल जुटाई जा रही है. कर्मचारियों का डाटा नियमित तौर पर अपडेट किया जाएगा.
इसके अलावा ब्रिज, बांध, सरकारी दफ्तरों और रिसर्च सेंटर्स में तैनात कर्मियों की पूरी जानकारी जमा की जा रही है. किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी गई है. रेलवे स्टेशनों, हाइवे जैसी भीड़ वालों जगहों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती हुई है.