ISIS में शामिल केरल की महिला का खुलासा: बताया, कैसे कैम्प में पाकिस्तानी महिला करती थी उसकी मदद
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ISIS में शामिल केरल की महिला का खुलासा: बताया, कैसे कैम्प में पाकिस्तानी महिला करती थी उसकी मदद

 भारतीय खुफिया एजेंसियों को शक है कि अफगानिस्तान में आतंकी गुट आईएसआईएस को मजबूत करने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. 

ISIS में शामिल केरल की महिला का खुलासा: बताया, कैसे कैम्प में पाकिस्तानी महिला करती थी उसकी मदद

केरल: ISIS में शामिल केरल की महिला निमिषा ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि अफगानिस्तान के ISIS कैम्प में पाकिस्तान की एक महिला का आना-जाना था और वो ISIS के कैम्प में रहने वाले सभी आतंकियों से मुलाकात किया करती थी. भारतीय खुफिया एजेंसियों को शक है कि अफगानिस्तान में आतंकी गुट आईएसआईएस को मजबूत करने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. 

  1. अफगानिस्तान की जेल में बंद है निमिषा
  2.  लव जेहाद का हुई शिकार 
  3. धर्म परिवर्तन करा अपनाया इस्लाम धर्म

केरल से साल 2016 में 21 लोग अलग-अलग रास्तों से होते हुए अफगानिस्तान के नंघार पहुंच गए थे. लेकिन अफगानिस्तान सिक्योरिटी फोर्सेज की बड़ी कार्रवाई के बाद सैकड़ों आतंकियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया था. 

पिछले साल 15 नवंबर 2019 जिन लोगों ने आत्मसमर्पण किया, उनमें केरल की निमिषा उर्फ फातिमा भी हैं. काबुल की जेल में बंद निमिषा ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया है कि नंघार के कैम्प में पाकिस्तान की एक महिला उसे पैसे से मदद किया करती थी. साथ ही दूसरे आतंकियों से भी मिलती रहती थी. 

त्रिवेंद्रम की रहने वाली और ISIS में शामिल फातिमा जिसका असली नाम निमिषा है, वह आज से तीन साल पहले धर्म परिवर्तन करा अपने पति के साथ अफगानिस्तान गई और आईएआईएस में शामिल हो गई थी. हालांकि फातिमा बनने से पहले वो पेशे से डाक्टर बनना चाहती थी. परिवारवालों ने लाखों रुपये खर्च उसका एडमिशन मेडिकल कॉलेज में कराया, लेकिन एक दिन अचानक निमीषा ने इस्लाम कबूल कर अपना नाम फातिमा रख लिया और साल 2016 में अपने पति बेक्सन उर्फ ईसा के साथ ISIS में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान चली गई. 

निमीषा ने जिस दौरान अफगानिस्तान जाने का फैसला किया उस वक्त वह गर्भवती थी. आज ये बच्ची 3 साल की हो चुकी है और फातिमा के साथ अफगानिस्तान की जेल में बंद है. 

निमिषा की मां बिंदु के मुताबिक, साल 2016 में एक दिन निमिषा का फोन मेरे पास आया उसने कहा कि वो श्रीलंका जा रही है, लेकिन कुछ दिनों के बाद पता चला कि केरल से 21 लोग गायब है और वो सभी अफगानिस्तान में ISIS के लिए फिदायीन बन चुके हैं. इन 21 लोगों में मेरी लड़की निमिषा भी थी. 

जब निमीषा डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर रही थी तब उसके परिवार को जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसका ब्रेनवॉश कर उसे आतंकी बनाये जाने की साजिश रची जा रही है. निमीषा ने एक दिन अचानक अपनी मां बिंदु से कहा कि उसने बेक्सन उर्फ ईसा नाम के युवक से शादी कर ली है. बेक्सन ने ईसाई धर्म को छोड़कर इस्लाम कबूल किया था.  

बिंदु के मुताबिक, नीमिषा लव जेहाद की शिकार हुई और मुस्लिम संगठन की मदद से उसका निकाह बेक्सन उर्फ ईसा से कराया गया था. निमीषा के मन में इस्लाम के लिए जान देने वाला जहर घोला गया और फिर यहीं से उसे आईएसआईएस आतंकी बनाकर अफगानिस्तान भेजने की साजिश रची गई. बिंदु ने जी न्यूज से बातचीत में कहा कि निमिषा को एक साजिश के तहत लव जिहाद का शिकार बनाया गया और उसे ISIS में शामिल कराया गया. 

निमीषा की तरह ही मेरिन भी
निमीषा की तरह ही मेरिन ने भी इसाई धर्म छोड़ा और इस्लाम कबूल कर मरियम बन गई. मरियम ने बेस्टिन से याहिया बने युवक से शादी कर अपने पति के साथ वो भी आईएसआईएस की आतंकी बन गईं. भारतीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के जिन आईएसआईएस से जुड़े आतंकियों को अफगानिस्तान में पकड़ा गया है, उनमें मरियम भी हैं. 

रिपोर्ट के मुताबिक, बेस्टिन उर्फ याहिया सुरक्षा बलों की कारवाई में पहले ही मारा जा चुका है. केरल से जो 21 लोग गायब हुए हैं, उनमें से 6 महिलाएं और तीन बच्चे भी हैं.  केरल में जेहाद के जरिए आतंकी बनाने की ये साजिश लगातार जारी है. 

निमिषा की ही तरह केरल की रहने वाली सोनिया सेबास्टियन ने काबुल की जेल में मुलाकात करने वाले अधिकारियों को बताया है कि वह अब एक सामान्य जिंदगी जीना चाहती हैं, लेकिन जब ये सवाल निमिषा से पूछा गया तो उसने इन सवालों का जवाब गोलमाल तरीके से दिया. 

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