10 अगस्त 2017, हामिद अंसारी को नरेंद्र मोदी ने ऐसा क्या कहा जिससे विपक्ष दिखा रहा आईना और बीजेपी बता रही विरोध की मर्यादा
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10 अगस्त 2017, हामिद अंसारी को नरेंद्र मोदी ने ऐसा क्या कहा जिससे विपक्ष दिखा रहा आईना और बीजेपी बता रही विरोध की मर्यादा

Hamid Ansari News: जब से ममता बनर्जी के एक सांसद ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की है भाजपा और उसके सहयोगी दल भड़के हुए हैं. राहुल गांधी को नसीहत दी जा रही है. अब कांग्रेस ने पीएम मोदी का 2017 का एक भाषण सामने रखा है जिसमें वह हामिद अंसारी के बारे में बोलते दिख रहे हैं. 

10 अगस्त 2017, हामिद अंसारी को नरेंद्र मोदी ने ऐसा क्या कहा जिससे विपक्ष दिखा रहा आईना और बीजेपी बता रही विरोध की मर्यादा

Hamid Ansari Farewell Modi Speech: संसद की सीढ़ियों पर TMC के एक सांसद ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारी तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने जबर्दस्त विरोध जताया. भाजपा ने राहुल गांधी को भी घेरा जो कल्याण बनर्जी की मिमिक्री मोबाइल से शूट कर रहे थे. मामला उपराष्ट्रपति के पद और गरिमा के अपमान का बनता गया. कई शहरों में जाट समुदाय ने प्रोटेस्ट भी किया लेकिन अब विपक्ष ने बीजेपी को आईना दिखाने की कोशिश की है. राज्यसभा से सस्पेंड किए गए कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश पीएम नरेंद्र मोदी का पुराना वीडियो ढूंढ लाए. उन्होंने आरोप लगाया कि 10 अगस्त 2017 को जब राज्यसभा के चेयरमैन और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी 10 साल के कार्यकाल के बाद रिटायर हो रहे थे तब पीएम मोदी ने उनका मजाक उड़ाया था. 

कांग्रेस का आरोप, पीएम ने मजाक उड़ाया था

जयराम ने लिखा, ‘...तब यह चौंकाने वाली बात थी कि प्रधानमंत्री ने भारत के सबसे प्रतिष्ठित राजनयिकों में से एक अंसारी का मजाक उड़ाया, उनकी पहचान को उनके धर्म तक सीमित कर दिया... आरोप लगाया कि उनकी (अंसारी की) संपूर्ण प्रोफेशनल और राजनीतिक उपलब्धियां उनकी धार्मिक पहचान के कारण थीं.’ रमेश ने कहा, ‘संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के अपमान की बात करने वाले ऐसे प्रधानमंत्री और उनकी वाह-वाह करने वाले लोग पाखंडी और अवसरवादी हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह संसद से 144 सांसदों के अलोकतांत्रिक निलंबन और 13 दिसंबर को लोकसभा में चौंकाने वाले सुरक्षा उल्लंघन से ध्यान भटकाने के अलावा और कुछ नहीं है। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण हो जाता है कि 10 अगस्त 2017 को मोदी ने आखिर कहा क्या था. 

आगे पढ़िए पीएम मोदी के उस दिन के भाषण का वो अंश-
'आपके कार्यकाल का बहुत सारा हिस्सा वेस्ट एशिया से जुड़ा रहा था, एक डिप्लोमेट के तौर पर. उसी दायरे में जिंदगी के बहुत वर्ष आपके गए. उसी माहौल में, उसी सोच में, उसी डिबेट में, ऐसे लोगों के बीच में रहे. वहां से रिटायर होने के बाद भी ज्यादातर काम वही रहा आपका माइनॉरिटी कमीशन हो या अलीगढ़ यूनिवर्सिटी... तो दायरा आपका वही रहा. लेकिन ये 10 साल पूरी तरह एक अलग जिम्मा आपके जिम्मे आया और पूरी तरह एक-एक पल संविधान, संविधान, संविधान के ही दायरे में चलाना... और आपने उसको बखूबी निभाने का भरपूर प्रयास किया. हो सकता है कुछ छटपटाहट रही होगी भीतर आपके अंदर भी, लेकिन आज के बाद शायद वो संकट आपको नहीं रहेगा. मुक्ति का आनंद भी रहेगा और अपनी मूलभूत जो सोच रही होगी उसके अनुसार आपको कार्य करने का, सोचने का, बात बताने का अवसर भी मिलेगा.'

बीजेपी बोली, एक शब्द गलत नहीं

जयराम रमेश के वीडियो पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने लिखा कि इस भाषण में एक भी शब्द के लिए पीएम मोदी को गलत नहीं ठहराया जा सकता. दोष उन लोगों का है जो अलग तरह से इसकी व्याख्या कर रहे हैं. भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कंचन गुप्ता के पोस्ट को रीट्वीट किया है. भाजपा के कई सांसदों, नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने यह लाइन शेयर की है, 'राजनीति में पक्ष-विपक्ष, समर्थन-विरोध चलता रहता है परन्तु एक दूसरे की मान-मर्यादा का ध्यान रखना हर उस व्यक्ति का कर्तव्य होता है जो लोकतांत्रिक पद पर बैठा होता है.'

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