आतंकियों ने आज सुबह मुतालहामा गांव स्थित घर से ट्रेनी कॉन्स्टेबल का अपहरण किया था.
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम से अपहृत किए गए पुलिस कॉन्स्टेबल की आतंकियों ने हत्या कर दी है. शहीद कॉस्टेबल का शव शनिवार शाम कुलगाम के जंगलों से बरामद किया गया है. उल्लेखनीय है कि शनिवार तड़के आतंकियों ने पुलिस के ट्रेनी कॉन्स्टेबल का अपहरण कर लिया है. अपहृत कॉन्स्टेबल की पहचान सलीम शाह के रूप में हुई थी. कॉन्स्टेबल सलीम शाह इन दिनों छुट्टियों में अपने घर आए हुए थे. वहीं, इस आतंकी वारदात की सूचना मिलते ही जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और भारतीय सेना के जवानों की संयुक्त टीम ने कॉन्स्टेबल सलीम की सुरक्षित वापसी के लिए सघन तलाशी अभियान शुरू किया था. सुरक्षाबलों को कोई सफलता मिलती, इससे पहले कॉन्स्टेबल सलीम के शहादत की खबर आ गई.
सुरक्षाबलों से सूत्रों के अनुसार, कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के अंतर्गत आने वाले मुतालहामा गांव के रहने वाले थे. कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम का बीते कुछ महीनों पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस में बतौर कॉन्स्टेबल चयन हुआ था. फिलहाल, उनकी कठुआ स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण चल रहा था. बीते कुछ दिनों पहले वह छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे. सूत्रों के अनुसार, रविवार तड़के हथियार बंद आतंकियों ने कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम के घर पर धावा बोल दिया. आतंकी हथियारों के बल कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम का अपहरण कर अपने साथ ले गए थे.
वहीं, आतंकियों के फरार होने के बाद परिजनों ने इस बाबत स्थानीय पुलिस को सूचना दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए घाटी में तैनात सभी सुरक्षाबलों को इस सनसनीखेज वारदात से सूचित किया गया. जिसके बाद, भारी संख्या में सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए और इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी. संयुक्त सुरक्षाबलों की करीब दो दर्जन से अधिक टीमों का गठन कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था.
Our colleague Salem Ahmed Shah was abducted and killed by terrorists in #Kulgam. We condemn this cowardly act. We all stand by his family at this critical juncture.@JmuKmrPolice pic.twitter.com/pTtuIUraf4
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) July 21, 2018
20 दिनों में J&K पुलिस के दूसरे कॉन्स्टेबल का हुआ अपहरण
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में बीते 20 दिनों के भीतर आतंकियों द्वार पुलिस के कॉन्स्टेबल के अपहरण की यह दूसरी वारदात है. इससे पहले 5 जुलाई को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के कॉन्स्टेबल जावेद अहमद डार का अपहरण किया था. शोपियां के कचदूरा गांव में रहने वाले कॉन्स्टेबल दवाई लेने के लिए घर से निकले थे. वह गांव के एक मेडिकल स्टोर से दवाई खरीद रहे थे, तभी आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था. अगले दिन 6 जुलाई को कॉन्स्टेबल जावेद अहमद डार का शव कुलमाग इलाके से बरामद किया गया था.
14 जून को आतंकियों ने किया था सेना के जवान का अपहरण
उल्लेखनीय है कि अपहरण की इन दोनों वारदातों से पहले 14 जून को पुलवामा जिले में सेना के जवान औरंगजेब को आतंकियों ने अगवा कर लिया था. सुबह करीब नौ बजे यूनिट के सैनिकों ने एक कार को रोककर चालक से औरंगजेब को शोपियां तक छोड़ने को कहा था. आतंकवादियों ने उस वाहन को कालम्पोरा में रोका था, इसी दौरान जवान औरंगजेब का अपहरण कर लिया था. अगले दिन, औरंगजेब का शव पुलवामा के गूसो इलाके में मिला था. औरंगजेब पुंछ जिले के रहने वाले थे. सेना के जवान के अगवा होने की खबर के बाद से पुलिस और सेना ने तलाशी अभियान चला रखा था. लेकिन देर शाम उसकी हत्या किए जाने की खबर सामने आई. बताया जा रहा है कि सेना का जवान औरंगजेब ईद मनाने अपने घर जा रहा था, उसी वक्त आतंकियों ने उसे अगवा कर लिया था.